गुरुवार, 28 जुलाई 2011

आज का इतिहास,तीसरा-भाग


(अगस्त माह की १ से १५ अगस्त तक विभिन्न तिथियों का ऐतिहासिक महत्त्व)

('१ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व')
१ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१३वॉ (लीप वर्ष मे २१४वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५२ दिन बाकी है।
१ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) सन् १६४८- स्विटज़रलैंड की स्वतंत्रता को औपचारिकता दी गयी। और आज के दिन को इस देश का राष्ट्रीय देवस घोषित किया गया। सन् १६१८ से सन् १६४८ ईसवी तक चलने वाली योरोप की लड़ाई के दौरान इस देश ने अपनी निष्पक्षता को सुरिक्षत रखा। अन्तत: वेस्टफ़ॉली समझौते में जो इस लड़ाई के समाप्त होने पर हुआ, स्विटज़रलैंड की स्वतंत्रता को औपचारिकता दी गयी । इकतालीस हज़ार २९३ वर्गकिलोमीटर क्षेत्रफल वाला यह देश योरोप महाद्वीप के मधय में स्थित है। जर्मनी, फ़्रांस डटली और ऑस्ट्रिया इसके पड़ोसी देशों में हैं।
(२) सन् १९१४- जर्मनी द्वारा रुस के विरुद्ध युद्ध की घोषणा के साथ ही औपचारिक रुप से प्रथम विश्य युद्ध आरंभ हुआ। इससे तीन दिन पहले ऑस्ट्रिया की सेना ने इस देश के युवराज की हत्या के बहाने सरबिया पर आक्रमण कर दिया। जर्मनी द्वारा रुस और फिर फ़्रांस के विरुद्ध युद्ध की घोषणा के साथ ही युद्ध तेज़ी से फैला और जर्मनी, ऑस्ट्रिया, हंग्री, तथा उसमानी शासन एक ओर और दूसरी फ़्रांस ब्रिटेन रुस और सरबिया डट गये।
(३) सन् १९६०- आफ़्रीक़ी देश बेनिन ने फ़्रांस के अधिकार से स्वतंत्रता प्राप्त की। फ़्रांसीसियों ने १९वीं शताब्दी के दूसरे अर्ध के दौरान इस देश में अपना राजनैतिक और आर्थिक प्रभाव बढ़ाया। और सन् १८९२ में इस देश पर अधिकार कर लिया। यह अधिकार सन् १९५८ तक जारी रहा। इस वर्ष में बेनिन को पहले स्वायत्तता मिली फिर सन् १९६० में इस देश ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा कर दी। यह देश अफ़्रीक़ा महाद्वीप के पश्चिमी भाग में स्थित है।
(४) सन् १९५७- सोवियत संघ, कैनेडा, अमरिका और अलबानिया को छोड़कर योरोपीय देशों का फिनलैड की राजधानी हेलसिन्की में शिखर सम्मेलन हुआ। यह सम्मेलन योरोपीय सुरक्षा एवं सहकारित-सम्मेलन के नाम से प्रसिद्ध हुआ। इसका आयोजन सोवियत संघ के नेतृत्व वाले पूर्वी ब्लॉक वाले देशों और अमरीका के नेतृत्व वाले पश्चिमी ब्लॉक के देशों के बीच तनाव को दूर करना था।
(५) सन् २०१०- अनुषा रिजवी द्वारा निर्देशित किसानों की आत्महत्या और मीडिया तथा राजनीतिक ड्रामे पर आधारित पीपली लाइव को 31वें डरबन अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार प्रदान किया गया।
(६) १ अगस्त,सन् २०११ से पहले आप अपने पुराने इंटरनेट ब्राउज़रों को अपडेट कर लेने का सुझाव दिया है, क्यों कि इसके बाद गूगल महाराज की सेवाएँ पुराने इन्टरनेट ब्राउज़रों को सपोर्ट नहीं करेंगी|इसका मतलब ये हुआ कि इंटरनेट एक्सप्लोरर 7, सफ़ारी 3 या फ़ायरफ़ॉक्स 3.5 ब्राउज़रों की सहायता से इंटरनेट का उपयोग करने वालों को गूगल की जीमेल, गूगल कैलेंडर, गूगल टॉक या गूगल डॉक्स जैसी सेवाएँ आधी-अधूरी ही उपलब्ध होंगी और इतना ही नहीं बल्कि आगे भविष्य में विकसित की जाने वाली गूगल की दूसरी सेवाएँ भी पुराने ब्राउज़र को सपोर्ट नहीं करेंगी| अगर आप को गूगल की जीमेल, गूगल कैलेंडर, गूगल टॉक या गूगल डॉक्स जैसी सेवावो का इस्तेमाल करना हो तो क्रोम, फ़ायरफ़ॉक्स 4, इंटरनेट एक्सप्लोरर9 और सफ़ारी का नया वर्सन डाउनलोड करना होगा |
१ अगस्त को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
(१)सन् १८८२- पुरुषोत्तम दास टंडन - स्वतंत्रता सेनानी
(२)सन् १९२१- जैक क्रेमर - अमरीकी टेनिस खिलाड़ी
(३)सन् १९३२- मीना कुमारी, हिंदी फिल्मों की बेहतरीन अदाकारा
(४)सन् १९७२- मार्टिन डैम - युगल टेनिस खिलाड़ी
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'२ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
२ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१४वॉ (लीप वर्ष मे २१५वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५१ दिन बाकी है।
२ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१)सन् १७१४- फ़्रांस के अविष्कारक डेनिस पापेन का निधन हुआ। उन्होंने गाड़ी के मोटर को संचालित करने के लिए भाप की शक्ति का प्रयोग किया। पापेन का यह अविष्कार आगे चलकर बड़ी गाड़ियों और नौकाओं के अस्तित्व में आने का आधार बना।
(२)सन् १७९०- अमरिका में पहली बार जनगणना हुई।
(३)सन् १८३१- नीदरलैंड की सेना ने दस दिनों के अभियान के बाद बेल्जियम पर कब्जा किया।
(४)सन् १८५८- ब्रितानी संसद ने ईस्ट इंडिया कंपनी से भारतीय प्रशासन अपने हाथों में लेने वाला विधेयक पारित किया।
(५)सन् १८७०- लंदन में विश्व का प्रथम भूमिगत ट्यूब रेलवे टावर सबबे शुरु हुआ।
(६)सन् १९२२- चीन में समुद्री तूफान टाइफून से लगभग साठ हजार लोगों की मृत्यु हो गई।
(७)सन् १९२३- संयुक्त राज्य अमेरिका के 29वें राष्ट्रपति वारेन जी हार्डिंग (सन् १९२१ में राष्ट्रपति बने) की कार्यालय में मृत्यु।
(८)सन् १९३२- पॉजीट्रान, इलेकट्रॉन का एक कण, की कार्ल डी एंडीसन द्वारा खोज की गई।
(९)सन् १९३४- जर्मनी के तत्कालीन राष्ट्रपति और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जर्मन सेनाओं के कमांडर फील्ड मार्शल हैंन्डनबर्ग की मृत्यु हुई। वे सन् १९२५ में जर्मनी के पहले राष्ट्रपति के रुप में चुने गये। सन् १९३२ में भी जब हिटलर के पास बहुत शक्ति आ चुकी थी हेडनबर्ग राष्ट्रपति चुनाव में जीते। किंतु एक वर्ष उन्हें हिटलर को देश का राष्ट्राध्यक्ष चुनना पड़ा।
(१०)सन् १९४४- तुर्की ने जर्मनी के साथ राजनयिक संबंध तोड़े।
(११)सन् १९५५- सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया।
(१२)सन् १९७०- भारत की पहली महिला राजनयिक मुतुकम्मा चुहिवेलिया वेलिअप्पा हंगरी की राजदूत नियुक्त हुईं।
(१३)सन् १९९०- इराक़ की अतिक्रमण कारी सेना ने अपने पड़ोसी देश कुवैत पर आक्रमण करके उस पर अतिग्रहण कर लिया। सन् १९८० में ईरान पर आक्रमण के बाद यह एराक़ की इस प्रकार की दूसरी कार्रवाई थी। सददाम हुसैन की सरकार ने हमेशा से ही यह दावा किया कि कुवैत उसका १९वां प्रांत है।
(१४)सन् २०१०- पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में मौनसून की वर्षा से आई बाढ़ में १००० से अधिक लोगों की मौत हो गई।
(१५) सन् २०१०-तादातोशी अकिबा सहित ७ व्यक्तियों को फिलीपींस की राजधानी मनीला में सन् २०१० का रेमन मैगसेसे पुरस्कार प्रदान किया गया।
२ अगस्त को निम्नलिखित प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
सन् १८७७ में मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पंडित रवि शंकर शुक्ल का जन्म सागर हुआ था

२ अगस्त को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१)सन् १९२१- एनरिको कारूसो, इतालवी संगीतकार, गायक
(२)सन् १९७९- करन दीवान, हिंदी चलचित्र अभिनेता, गायक, (दहेज)
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'३ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
३ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१५वॉ (लीप वर्ष मे २१६वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५० दिन बाकी है।
३ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१)सन् १४९२- इटली के नाविक क्रिस्टोफ़र कोलम्बस की सबसे लम्बी समुद्री यात्रा का आरंभ हुआ। स्पेन के राजा और रानी के साथ क्रिस्टोफर कोलम्बस का एक समझौता हुआ। जिसके आधार पर उन्हे भारत तक जाने वाला नया जलमार्ग खोजना था। इसी लक्ष्य के अंतर्गत कोलम्बस स्पेन की पाओलोस बंदरगाह से तीन नौकाओं और १२० नाविकों के साथ यात्रा पर रव़ाना हुए। ३३ दिनों की यात्रा के बाद उन्हें भूमि मिली कोलम्बस और उनके साथी समझ रहे थे कि वे भारत पहुँच गये हैं किंतु वास्तव में वे अमरीका महाद्वीप में स्थित सिल्वाडोर द्वीप पहुँचे थे इस प्रकार से कोलम्बस ने अनजाने में अमरीका महाद्वीप की खोज कर ली।
(२)सन् १८६०- इटली के राष्ट्रवादी कमांडर गैरीबेल्डी के परिश्रम से सिसली द्वितीय इटली का भाग बन गया। सिसली के लोगों ने वर्षो तक फ़्रांसवा द्वीप के अधीन रहकर बड़े दुख उठाए थे अत: उन्होंने गैरीबेल्डी औज्ञ उनके साथियों का साथ दिया और 80 दिनों के युद्ध के बाद सिसली, इटली में विलय हो गया।
(३)सन् १९१४- एक नौका ने पनामा नहर पार की इस प्राकर से इस नहर का उदघाटन हुआ। इस नहर की खुदाई का काम फ़्रांस के इंजीनियरों ने आरंभ किया था किंतु इसे पूरा अमरीकियों ने किया 68 किलोमीटर लम्बी इस नहर के बन जाने के बाद प्रशांत महासागर और एटलांटिक महासागर एक दूसरे से जड़े गये।
(४)सन् १९५४- फ़्रांसीसी लेखिका गैबरियल कोलेट का निधन हुआ उनका जन्म 1873 इसवी में हुआ। उनके लेखों में अधिकतर उनकी जवानी के समय की घटनाओं का उल्लेख है जो बहुत ही रोचक थीं।
(५)सन् १९६०- अफ़्रीक़ी देश नाइजर को पूर्ण रुप से स्वतंत्रता प्राप्त हुई। और यह देश संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य बना। १८वीं शताब्दी से यह देश फ़्रांस के अधिकार में था तथा सन् १९२२ में यहॉ फ़्रांस के सैनिक अडडे बन गये जिसके बाद यह देश औपचारिक रुप से फ़्रांस उपनिवेश बन गया। किंतु स्थानीय जनता ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष आरंभ कर दिया और परिणाम स्वरुप आज के दिन यह देश स्वतंत्र हो गया।
(६)सन् १९७८- जायोनी शासन ने एक और आतंकवादी कार्यवाही करते हुए पेरिस में फिलिस्तीन स्वतंत्रता संगठन पी एल ओ के दूत इज़्ज़ुददीन क़लक़ की हत्या करवा दी।
(७)सन् २०१०- क्लस्टर बम पर १०२ देशों के समर्थन से हुई वैश्विक संधि में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन आदि शामिल नहीं हुए।
(८)सन् २०१०- सूर्य में हुए कोरोनल मास इजेक्शन के कारण उत्तपन्न हुई आवेशित चुंबकीय गैसीय बादलों की सोनामी पृथ्वी की कक्षा की ओर बढ़ रही है।
(९)सन् २०१०- इजराइल और लेबनान के बीच सन् २००६ में हुए युद्ध के बाद का सबसे बड़ा सीमा संघर्ष हुआ।
३ अगस्त को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
(१)सन् १९२२- रॉबर्ट समनर, अमेरिकी इंजीलवादी और लेखक
(२)सन् १९१६-शकील बदायूँनी,शायर (निधन: २० अप्रैल,सन् १९७०)
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'४ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
४ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१६वॉ (लीप वर्ष मे २१७वॉ) दिन है। साल मे अभी और १४९ दिन बाकी है।
४ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१)सन् १८०२- नार्वे के गणितज्ञ फ़िल्म हेनरिक ऐबेल का जन्म हुआ। उन्हें गणित से बहुत लगाव था और २० वर्ष की आयु में ही वे इस विषय के शिक्षक बन गये। उन्होंने गणित का व्यापक अध्ययन किया और स्वंय कई नियम बनाए। सन १८२९ में उनका निधन हुआ।
(२)सन् १९६१- बराक हुसैन ओबामा,अमरीका के ४४वें राष्ट्रपति का होनोलूलू में जन्म हुआ । वे इस देश के प्रथम अश्वेत (अफ्रीकी अमरीकन) राष्ट्रपति हैं। उन्होंने २० जनवरी,सन् २००९ को राष्ट्रपति पद की शपथ ली। ओबामा इलिनॉय प्रांत से कनिष्ठ सेनेटर तथा सन् २००८ में अमरीका के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रैटिक पार्टी के उम्मीदवार थे।
(३)सन् १९६४- दक्षिणी चीन में टोनकन खाड़ी में अमरीका और वियतनाम की युद्ध के नोकाओं के बीच युद्ध के दौरान अमरीका को पराजय हुई। अमरीका ने इसी झड़प के बहाने उत्तरी वियतनाम के साथ युद्ध आरंभ कर दिया।सन् १९७५ में वाशिंगटन ने अपनी हार स्वीकार की। जिसके बाद अमरीकी सैनिक वियतनाम से निकले और दक्षिणी तथा उत्तरी वियतनाम एक बार फिर से मिलकर एक देश बन गये।
४ अगस्त को निम्नलिखित कुछ और प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
(१)सन् १२९०- आस्ट्रिया के ड्यूक लियोपोल्ड मैं (सन् १३२६ निधन)
(२)सन् १५२१ - पोप शहरी VII (सन् १५९० निधन)
(३)सन् १७०१- थॉमस ब्लैकवेल, स्कॉटिश शास्त्रीय विद्वान (सन् १७५७ निधन)
(४)सन् १७१९- जोहान गोत्त्लोब लेहमेन, जर्मन मिनेरोलोजिस्ट और भूविज्ञानी (सन् १७६७ निधन)
(५)सन् १७५५- निकोलस जैक्स कांटे, आविष्कारक (आधुनिक पेंसिल)
(६)सन् १७९२ - पर्सी बायशी शेली, इंग्लैंड, रोमांटिक कवि (अदोनैस)
(७)सन् १८०५- विलियम रोवाण हैमिल्टन, आयरिश गणितज्ञ (निधन १८६५)
(८)सन् १८१६ - इजरायल वोग्देस, ब्रिगेडियर जनरल (संघ स्वयंसेवकों), सन् १८८९ में मृत्यु हो गई
(९)सन् १८३४ - जॉन वेन, अंग्रेजी गणितज्ञ (सन् १९२३ निधन)
(१०)सन् १८३९ - वाल्टर अब्बा, लंदन इंग्लैंड, लेखक (प्लेटो और प्लातोइस्म)
(११)सन् १८७० - हैरी लोडर, स्कॉटलैंड / हास्य अभिनेता और गायक (Roamin Gloamin में )
(१२)सन् १८८८ - स्येदना ताहिर सैफुद्दीन बोहरा आध्यात्मिक नेता (सन् १९६५ निधन)
(१३)सन् १८९७ - यूसुफ काल्लिया, माल्टा, अभिनेता (जंगल बुक,गिल्डा,ईविल के टच)
(१४)सन् १९०० - एलिजाबेथ, इंग्लैंड की रानी माँ, किंग जॉर्ज छठी पत्नी
(१५)सन् १९०६ - मैरी जोस सकसेन कोबुर्ग वॉन,बेल्जियम राजकुमारी
(१६)सन् १९०९ - सॉन्डर्स मैक लेन, अमेरिकी गणितज्ञ (निधन. सन् २००५)
(१७)सन् १९२८ - ऊधम सिंह, भारत, फील्ड हॉकी खिलाड़ी (ओलंपिक गोल्ड सन् १९५२, सन् ५६, सन् ६४)
(१८)सन् १९२९ - यासर अराफात, नेता (फिलीस्तीनी लिबरेशन आर्गनाइजेशन)
(१९)सन् १९२९ - किशोर कुमार, भारतीय गायक और अभिनेता (सन् १९८७ निधन)
(२०)सन् १९६१ - लॉरेन टॉम, अमेरिकी अभिनेत्री
(२१)सन् १९७९ - रॉबिन पीटरसन, दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर
(२२)सन् १९८१ - अबीगैल स्पेन्सर, अमेरिकी अभिनेत्री
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'५ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
५ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१७वॉ (लीप वर्ष मे २१८वॉ) दिन है। साल मे अभी और १४८ दिन बाकी है।
५ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१)सन् १९४७- इंडोनेशिया में हॉलैंड ने राजनीतिक कार्यवाही बंद की।
(२)सन् १९६०- अफ़्रीक़ी देश बूरकीना फ़ासो ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की। यह देश १९वीं शताब्दी के मध्य से फ़्रांस के अधीन और उसका उपनिवेश रहा।
(३)सन् १९१५- प्रथम विश्व युद्ध के दौरान वार्सा पर जर्मनी का अधिकार हो गया इससे पहले यह क्षेत्र रुस के अधिकार में था
(४)सन् १९६२- नेल्सन मेंडेला को (जो सन् १९९४ में दक्षिणी अफ़्रीक़ा के पहले काले राष्ट्रपति बने) गिरफ़तार किया गया उन पर लोगों को भड़काने और समाज में गड़बड़ी फैलाने का आरोप लगाया गया। नेल्सन मंडेला ने भेदभाव के विरुद्ध कड़ा और सफल संघर्ष किया।
(५)सन् १९६३- रुस ब्रिटेन और अमरीका ने मॉस्को में परमाणु परीक्षण निषेध संधि पर हस्ताक्षर किये।
(६)सन् १९९५- अमरीका और वियतनाम के बीच दशकों से जारी शत्रुता के बाद फिर से राजनयिक संबंध स्थापित हुए।
(७)सन् २०१०- केन्या के 70% नागरिकों ने जनमत संग्रह में लोकतांत्रिक सुधारों के अंतर्गत नया संविधान बनाने का समर्थन किया।
(८)सन् २०१०- कश्मीर (भारत) के लेह में बादल फटने से तथा उसके बाद आई बाढ़ में 115 लोगों की मृत्यु हो गई।
(९)सन् २०१०- कराची (पाकिस्तान) में एमक्यूएम के विधायक रजा हैदर की हत्या के बाद चार दिनों से जारी जातीय हिंसा में 70 लोगों की हत्या कर दी गई।

५ अगस्त को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
सन् १८५० — गाय दी मोपासां, फ्रांस कथाकार (मृत्यु : सन् १८९३)
सन् १९६८ — मरिन ले पेन, फ़्रांसिसी राजनीतिज्ञ
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'६ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
६ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१८वॉ (लीप वर्ष मे २१९वॉ) दिन है। साल मे अभी और १४७ दिन बाकी है।
६ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१)सन् १७३६- डैनियल गौब्रिय फ़ारेनहाइट नामक जर्मन गणिज्ञ और भौतिक शास्त्री और तापमान मापक यंत्र के अविष्कारक का 50 वर्ष की आयु में निधन हुआ। उन्होंने बहुत दिनो तक यह यंत्र बनाने का प्रयास किया और अंतत: 1724 ईसवी में उन्हे इसमें सफलता मिली।
(२)सन् १७४२- स्वेडन के रसायनशास्त्री कार्ल वेलहम शेल का जनम हुआ। मैगनीज़ और ग्लीसरीन की खोज इसी रसायनशास्त्री के अध्ययनों और प्रयासों का प्रतिफल है।
(३)सन् १८२५- बोलीविया को स्पेन से स्वतंत्रता मिली। और आज के दिन को इस देश का राष्ट्रीय दिवस घोषित किया गया। स्पेन ने १६वीं शताब्दी से खदानो की लूटमार के साथ इस देश पर अधिकार किया। स्पेन के अधिकार के दौरान इस देश में कई बार आंदोलन आरंभ हुए। जिनमे सबसे प्रसिद्ध दक्षिणी अमरीका के स्वतंत्रता संग्रामी साडमन बोलीविर के नेतृत्व में आरंभ होने वाली क्रान्ति है यह क्रान्ति सन् १८०९ ईसवी से आरंभ हुई। जो धीरे धीरे पूरे देश में फैल गयी और इस देश की स्वतंत्रता के बाद समाप्त हुई।
(४)सन् १८८१- स्कॉटलैंड के अविष्कारक और चिकित्सक इलेग्ज़न्डर फलेमिंग का जन्म हुआ। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने दो साथियों की सहायता से पेन्सिलीन नामक पदार्थ की खोज की। सन् १९४५ में उनहे और इस खोज में सहयोग देने वाले उनके दो साथियों को नोबोल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।
(५)सन् १९०६- अरविन्द कलकत्ता आ गए और वन्दे मातरम्‌ के नाम से एक अंग्रेजी दैनिक ही निकालना शुरू किया। सिस्टर निवेदिता ने प्रतिबंध के बावजूद निवेदिता गर्ल्स स्कूलों में 'वन्दे मातरम्‌' को दैनिक प्रार्थनाओं में शामिल किया।
(६)सन् १९४५ - द्वितीय विश्व युद्ध के अंतिम दिनों में अमरीका ने जापान के हीरोशीमा नगर पर परमाणु बमबारी करके इस नगर को मटियामेट कर दिया। इस आक्रमण में ९० हज़ार से अधिक लोग हताहत और ७५ हज़ार से अधिक घायल हुए थे। जबकि इसके विनाशकारी प्रभाव अब भी बाक़ी हैं। इसके कुछ ही दिन बाद अमरीका ने जापान के नागासाकी नगर पर भी परमाणु बम गिराए। परिणाम स्वरुप जापान हथियार डाल देने पर विवश हो गया।
(७)सन् १९६२ - केंद्रीय अमरीका का जमाइका देश ब्रिटन के अधिकार से स्वतंत्र हुआ। १६ वीं शताब्दी से १८ वीं शताब्दी तक यह देश स्पेन के अधिकार में रहा। उसके बाद ब्रिटेन के अधीन हो गया ब्रिटिश साम्राज्यवादियों ने जमाइका के स्थानीय लोगों का सर्वनाशकारके काले दासीं को यहॉ लाकर बसाया जो उनके लिए कृषि करते थे। जमाइका कारइब फेडरेशन बनने के चार वर्ष बाद इस फेडरेशन से अलग होकर स्वतंत्र देश बना गया।
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'७ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
७ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१९वॉ (लीप वर्ष मे २२०वॉ) दिन है। साल मे अभी और १४६ दिन बाकी है।
७ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१)सन् १९४७- मुंबई नगर निगम को बिजली और परिवहन व्यवस्था  औपचारिक रूप से हस्तांतरित हुई।
(२)सन् २०१०- भारत के वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच हुए दोनों देशों के सबसे बड़े ऋण समझौते के अनुसार भारत बांग्लादेश को एक अरब डॉलर ऋण देगा।
(३)सन् २०१०- मुंबई से १० नॉटिकल मील की दूरी पर दो जहाजों एमएससी चित्रा और खलीजा-३ के आपस में टकराने के बाद समुद्र में भारी मात्रा में तेल रिसाव शुरु हो गया।
७ अगस्त को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
सन् १९३५- राजेंद्र माथुर,दिल्ली से प्रकाशित राष्ट्रीय दैनिक नवभारत टाइम्स के प्रधान संपादक
७ अगस्त को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१)सन् १९४१-रविन्द्र नाथ टैगोर (रवीन्द्रनाथ ठाकुर, रोबिन्द्रोनाथ ठाकुर) (जन्म-7 मई, सन् १८६१) को गुरुदेव केनाम से भी जाना जाता है। वे विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य केएकमात्र नोबल पुरस्कार (सन् १९१३) विजेता हैं। भारत का राष्ट्र.गान जन गण मन और बांग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बांग्ला गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।
(२)सन् २००९- गीतकार गुलशन बावरा का दिल का दौरा पड़ने के बाद निधन |
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'८ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
८ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२०वॉ (लीप वर्ष मे २२१वॉ) दिन है। साल मे अभी और १४५ दिन बाकी है।
८ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१)सन् १९६३- ब्रिटेन में ट्रेन में सबसे बड़ी डकैती की घअटना हुई। डाकुओं ने ग्लैसगो लंडन मेल पर धावा बोलकर २६ लाख पाउंड लूट लिए।
(२)सन् १९६७- शाइलैंड की राजधानी बैंकाक में इंडोनेशिया, मलेशिया, फ़िलिपीन, सिंगापुर और थाइलैंड ने दक्षिण पूर्वी एशियायी देशों का आसेआन संगठन बनाने पर समझौता किया। आज के दिन इस समझौते पर उक्त देशों विदेशमंत्रियों ने हस्ताक्षर किये।
(३)सन् १९८८- संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्कालीन महासचिव जेवियर पेरिज़ क्यूलर ने ईरान इराक आठ वर्षीय युद्ध में संघर्ष विराम की घोषणा की कार्यक्रमानुसार यह संघर्ष विराम घोषणा के १२ दिन बाद अर्थात २० अगस्त को लागू हुआ।
(४)सन् १९९०- इराक़ के राष्टपति सददाम हुसैन ने घोषणा की कि उन्होंने कुवैत को १९वीं प्रांत के रूप में अपने देश का भाग बना लिया है। जिसके बाद अमरीका के नेतृत्व में अंतर्राष्टीय सेना ने इराक़ पर आक्रमण करके कुवैत को स्वतंत्र करवाया और क्षेत्र में अपने स्थायी सैनिक अडडे बना लिये। ऐसी रिपोर्टे हैं कि सददाम हुसैन ने अमरीका की हरी झंडी पाकर कुवैत पर आक्रमण किया था।
(५)सन् १९९८- तालेबान गुट के सैनिकों ने अफ़ग़ानिस्तान के आंतरिक युद्ध के दौरान इस देश के उत्तरी नगर मज़ार शरीफ़ पर अधिकार कर लिया और फिर इस शहर में स्थित ईरानी काउन्सलेट पर आक्रमण करके ८ ईरानी राजनयिकों और एक पत्रकार को शहीद कर दिया तालेबान की इस कार्रवाई पर जो अंतर्राष्टीय नियमों का खुला उल्लंघन थी विश्व जनमत विशेषकर ईरानी जनता ने कड़ी आपत्ति जताई। तथा सुरक्षा परिषद ने भी इस अपराध की निंदा की।
(६)सन् २०१०- तिब्बत के गंसू प्रांत में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से 100 लोगों की मृत्यु हो गई तथा लगभग 2000 लोग लापता हो गए।
(७)सन् २०१०- तेजस्विनी सावंत म्युनिख में आयोजित विश्व निशानेबाजी प्रतियोगिता के 50 मीटर की स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर यह उपलब्धि प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला बनीं।
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'९ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
९ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२१वॉ (लीप वर्ष मे २२२वॉ) दिन है। साल मे अभी और १४४ दिन बाकी है।
९ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१)सन् १९१९- ईरान के तत्कालीन प्रधान मंत्री ने ब्रिटेन के तत्कालीन विदेश मंत्री लॉई कर्ज़न के साथ एक लज्जाजनक समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस समझौते के आधार पर जो सन् १९१९ के नाम से प्रसिद्ध है ईरान के आर्थिक सैनिक और राजनैतिक मामले ब्रिटिश अधिकारियों के नियंत्रण में चले गये। ब्रिटेन ने रुस में क्रान्ति आने और ईरान में उसका प्रभाव में लगभग समाप्त हो जाने के बाद यह समझौता किया जो पहले ईरान में उसका प्रतिस्पर्धी था।
(२)सन् १९४५- जापान के हीरोशीमा नगर पर अमरीका द्वारा पहला परमाणु बम गिराए जाने के तीन दिन बाद तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति हैरी दु मैन के आदेश पर जापान के नागासाकी नगर पर भी परमाणु आक्रमण हुआ। और कुछ ही क्षणों में जापान का यह नगर तबाह हो गया इस अमानवीय कार्यवाही के पीछे अमरीका का उददेश्य द्वितीय विश्व युद्ध में जापान को हार भानने पर विवश करना और अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना था। आक्रमण होते ही नागासाकी में ८० हज़ार लोग भयानक मौत मर गये और समय बीतने के साथ साथ मरने वालों की संख्या में बहुत तेज़ी से बढ़ोत्तरी हुई।
(३)सन् १९६२- जर्मनी के शायर और लेखक हरमैन हीसे का निधन हुआ। वे सन् १८७७ में एक धार्मिक परिवार मे पैदा हुए युवाकाल से शायरी आरंभ की और २० वर्ष की आयु में अपनी शायरी का पहला संकलन प्रकाशित किया। सन् १९१२ में हिसे ने स्वीटज़रलैंड की नागरिकता ले ली और वहीं रहने लगे सन् १९४६ में उन्होंने साहित्य का नोबेल पुरुस्कार जीता प्राप्त किया।
(४)सन् १९६५- द्वीप समूह सिंगापुर मलेशिया से स्वाधीन हुआ। और आज के दिन को इस देश का राष्टीय दिवस घोषित किया गया। यह देश सन् १८२४ में औपचारिक रुप से ब्रिटेन के अधिकार में चला गया। द्वित्य विश्व युद्ध में जापान ने सिंगापुर पर अधिकार कर लिया। किंतु सन् १९४५ में संयुक्त सेना ने सिंगापुर को जापान के अधिकार से निकाल दिया। और यह दोबारा ब्रिटेन के अधिकार में चला गया। सन् १९६३ में मलेशिया फेडरेशन के अस्तित्व में आने के बाद सिंगपुर इससे जुड़ गया किंतु सन् १९६५ में वो इससे निकल गया।
(५)सन् २०१०- बंगाल ने पंजाब को २-१ से हराकर ११ वर्ष बाद संतोष ट्रॉफी राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता जीत ली।
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'१० अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
१० अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२२वॉ (लीप वर्ष मे २२३वॉ) दिन है। साल मे अभी और १४३ दिन बाकी है।
१० अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१)सन् १९२०- प्रथम विश्व युद्ध में पराजित होने के बाद उसमानी शासन ने सीवरेस समझौते पर हस्ताक्षर किये। संयुक्त सेना और उसमानी साम्राज्य के बीच होने वाले इस समझौते के आधार पर उसमानी शासन को अपने 80 प्रतिशत भाग से हाथ धोना पड़ा।
(२)सन् १९३७- चीन के दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों तियांग तेसे और केन्टोन पर अधिकार के लिए चीन और जापान के मध्य दो वर्षीय युद्ध आरंभ हुआ हुआ। केन्टोन दक्षिणी चीन की एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है जापान ने इस बंदरगाह और चीन के दूसरे क्षेत्रों पर आक्रमण कर दिया था। चीन ने अपने क्षेत्रों की रक्षा के लिए दो वर्ष तक युद्ध किया किंतु भारी क्षति उठाने के बाद २५ अप्रैल,सन् 1929 ईसवी को चीनियों कौ पराजय हुई और केंटोन पर जापान का अधिकार हो गया। द्वितीय विश्व युद्ध के आरंभ होते ही जापान ने चीन के और भी कई क्षेत्रों पर अधिकार कर लिया।
(३)सन् १९४५- द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की पराजय के बाद कोरिया का उत्तरी भाग रुस की लाल सेना के बधिकार में चला गया। और कुद दिनों बाद कोरिया का दक्षिणी भाग अमरीका के अधिकार में चला गया। इससे पहले तक इस क्षेत्र पर जापान का अधिकार था। कोरिया के उत्तरी भाग पर रुस और दक्षिणी भाग पर अमरीका का अधिकार इस प्रायद्वीप के विभाजन का कारण बना।
(४)सन् १९६६- अमरीका के अंतरिक्ष अधिकारियों ने केप केनेडी से अंतरिक्ष में रॉकेट या विभाव उतारने की लिए उपयुक्त स्थान के चित्र लेने हेतु पहला अंतरिक्ष यान भेजा। जो २९ अक्तूबर को चंद्रमा पर दुर्घटनाग्रस्त होकर तबाह हो गया।
(५)सन् २००१- अंगोला के लुवांडा नगर के दक्षिण में एक यात्री रेलगाड़ी पर विद्रोहियों के आक्रमण में २५२ लोग मारे गये। इस देश में लम्बे समय से जारी युद्ध के दौरान यह सबसे रक्तरंजित और भयानक घटना थी।
(६)सन् २०१०- भारत ने उपग्रह स्थिति तंत्र आधारित विमान प्रचालन तंत्र गगन का सफल परीक्षण किया।
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'११ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
११ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२३वॉ (लीप वर्ष मे २२४वॉ) दिन है। साल मे अभी और १४२ दिन बाकी है।
११ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) सन् १९०८- क्रांतिकारी खुदीराम बोस को सबसे कम उम्र में ब्रिटिश सरकार ने फांसी लगाई |
(२) सन् १९५२- इथोपिया के सम्राट हायला सलासी ने एरिट्रिया को इथोपिया से जोड़ने के संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किये मुस्लिम बाहुल्य वाली एरिट्रिया की धरती जो पहले इटली की उपनिवेश थी, द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात ब्रिटेन के नियंत्रण में चली गयी।
(३) सन् १९५२- जार्डन के नरेश हुसैन ने सत्ता संभाली। उनके पिता तलाल को मानसिक रोग के करण प्रशासन देखने के लिए अक्षम घोषित कर दिया गया था जिसके बाद शाह हुसैन जाईन के नरेश बने।
(४) सन् १९६०- चाड देश फ़्रांस के अतिग्रहण से स्वतंत्र हुआ। और इस दिन को चाड का राष्ट्रीय दिवस घोषित किया गया। १९वीं शताब्दी के अंत में फ़्रांस ने इस देश पर आक्रम्रण किया ओर तीन वर्ष की अवधि में पूरे चाड पर अधिकार कर लिया और यह देश व्यवहारिक रुप से फ़्रांस का उपनिवेश बन गया। सन् १९५८ में फ़्रांस ने चाड को स्वाधीनता दी और दो वर्ष बाद यह देश पूर्ण रुप से स्वतंत्र हो गया तथा यहॉ प्रजातांतरिक शासन व्यवस्था स्थापित हुई।
(५) सन् २०१०- पाउल कागमे रवांडा के नये राष्ट्रपति बने हैं।
७ अगस्त को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
(१)सन् १९११-गोपाल सिंह नेपाली,हिंदी कवि व रचनाकार (निधन:१७ अप्रैल,१९६३)
(२)सन् १९५६-राजेन्द्र धोड़पकर,हिंदी कवि
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'१२ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
१२ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२४वॉ (लीप वर्ष मे २२५वॉ) दिन है। साल मे अभी और १४१ दिन बाकी है।
१२ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) सन् १९४९- योरोप में संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय जेनेवा में युद्ध बंदियों तथा घायलों के प्रति व्यवहार संबधी कन्वेन्शन पारित हुआ। द्वितीय विश्व युद्ध में युद्ध बंदियों तथा घायलों के साथ अमानवीय व्यवहार के पश्चात यह कन्वेन्शन संबलित किया गया था। इस कॉन्वेनश के अंतर्गत किसी देश को भी ऐसे लोगों की हत्या करने या उन्हें यातना देने का अधिकार नहीं है। युद्ध में घायलों का उपचार किया जाना चाहिए और बंदियों को अपने परिजनों से पत्र व्यवहार का अधिकार प्राप्त है परंतु इसके बावजूद अधिकांश देस इन कानूनों का पालन नहीं करते।
(२) सन् १८८६- हंग्री के संगीतकार फ़्रांस लिस्ट का निधन हुआ वे सन् १८११ ईसवी को जन्में थे।
(३) सन् १९४६- ब्रिटिश वाइसराय ने वार्ता के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू को आमंत्रित किया।
(४) सन् १९५५- जर्मनी के विख्यात उपन्यासकार थॉमस मैन का निधन हुआ उन्हें 'उकनेद मैजिक माउन्टेन' अर्थात जादुई पर्वत उपन्यास से बहुत ख्याति मिली।
(५) सन् १९५५- सीरिया ने जार्डन से अपने राजनयिक संबंध तोड़ लिए और इस देश की उड़ानों के लिए अपनी वायु सीमा में प्रवेश को वर्जित कर दिया। सीरिया ने यह कमद जार्डन सरकार की फ़िलिसतीनी संघर्षकर्ताओं के संबंध में अनुचित नीति अपनाए जाने के बाद उठाया था।
(६) सन् १९७६- लेबनान की राजधानी बैरुत के निकट इस देश के सैनिकों ने तिल्ले ज़ातर नामक फिलिस्तीन शरणार्थी शिविर का परिवेष्टन करने के बाद इसमें भयानक जनंसंहार किया इस शरणार्थी शिविर में हज़ारों फ़िलिस्तीनी जीवन व्यतीत करते थे। सेना ने ज़ायोनी शासन के प्रोत्साहन से इस शिविर का परिवेष्टन किया था। इस जनसंहार में तीन हज़ार फ़िलिस्तीनी मौत के घाट उतार दिए गये थे। ज़ायोनी शासन और उसके समर्थकों की इस अमानवीय कार्रवाई पर विश्व भर में आपत्ति की गयी।
(७) सन् १९७८- चीन और जापान ने पेइचिंग पर शांति एवं मित्रता के एक समझौते पर हस्ताक्षर किये।
(८) सन् २००२- रुस की परमाणु पनडुब्बी एक धमाके के बाद डूब गयी जिससे उसमें सवार कुल ११८ लोग मारे गये।
१२ अगस्त को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
(१) सन् १९१४- मशहूर कवि हरिवंश राय बच्चन की पत्नी और बॉलीवुड के शहंशाह और सुपर स्टार अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन का जन्म फैसलाबाद में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। (निधन- 21 दिसंबर 2007)
(२) सन् १९१९- विक्रम अंबालाल साराभाई,जिन्होंने अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में भारत को अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर स्थान दिलाया । लेकिन इसके साथ-साथ उन्होंने अन्य क्षेत्रों जैसे वस्त्र, भेषज, आणविक ऊर्जा, इलेक्ट्रानिक्स और अन्य अनेक क्षेत्रों में भी बराबर का योगदान किया ।( निधन-३१ दिसंबर, १९७१)
(३) सन् १९७१- पीट सेमप्रास,अमेरिका का टेनिस ख़िलाड़ी
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'१३ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
१३ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२५वॉ (लीप वर्ष मे २२६वॉ) दिन है। साल मे अभी और १४० दिन बाकी है।
१३ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) सन् १५९८- फ़्रांस के शासक हेनरी चतुर्थ ने नांत का प्रख्यात आदेश जारी किया। इस आदेश के आधार पर प्रोटेस्टेन्ट ईसाईयों का पूर्ण धार्मिक स्वतंत्रता दी गयी। इसी कारण इसे फ़्रांस के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक आदेशों में से एक माना जाता है। सन् १६८५ ईसवी में चौदहवें लुई ने इस आदेश को निरस्त कर दिया।
(२) सन् १८९९- प्रख्यात फिल्म निर्माता अल्फ़्रेड हिचकॉक का जन्म हुआ। उनकी पहली फिल्म सन् १९२० ईसवी में प्रदर्शित हुई। बाद में उन्होंने फिल्मों का निर्देशन आरंभ किया चूँकि अधिकांश फिल्में आपराधिक मामलों पर आधारित और अत्यंत भयावह होती थीं इसलिए उन्हे भय उत्पन्न करने का विशेषज्ञ कहा जाता था। सन सन् १९८० में उनका निधन हुआ।
(३) सन् १९२३- नवनिर्मित पोलिश बंदरगाह जिडायनिया पर पहला बड़ा समुद्री जहाज आया।
(४) सन् १९२३- गुस्ताव स्ट्रेसीमैन जर्मनी की चांसलर नियुक्त हुई तथा वेमर गणराज्य में गठबंधन सरकार का गठन हुआ।
(५)सन् १९६०- केंद्रीय अफ़्रीक़ा नामक देश फ़्रांस के कब्ज़े से स्वतंत्र हुआ। पहले इसका नाम आबांकी शारी था। १९वीं शताब्दी में फ़्रांस ने अफ़्रीक़ा के अन्य देशों के साथ इस पर भी कब्ज़ा करके इसे अपना उपनिवेश बना लिया। सन १९५८ में इसे आंतरिक स्वाधीनता मिली और सन् १९६० में यह देश पूर्ण रुप से स्वतंत्र हो गया।
(६) सन् १९९४- अमरीका के साथ एक समझौते के आधार पर उत्तर कोरिया ने अपना परमाणु संयंत्र बंद कर दिया। यह कदम महाविनाशक हथियारों के निर्माण में काम आने वाले प्लूटोनियम के उतपादन को कम करने के लिए उठाया गया था।
(७) सन् २०१०- मध्य रूस, साइबेरिया और पश्चिमी कनाडा के जंगलों में लगी भयंकर आग से प्रतिदिन ७ करोड़ टन जहरीला कार्बन मोनो ऑक्साइड के हो रहे उत्सर्जन से उत्तरी ध्रुव पर जहरीले गैसीए बादल इकट्ठा हो गए।
(७) सन् २०११- ज्योतिषीय एवं खगोलविज्ञान के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण घटना में सौर मंडल के चार ग्रहों के एक साथ मिलने का दुर्लभ संयोग आमजनों को १३ अगस्त की शाम के पश्चात देखने को मिला । खगोल वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि सौर मंडल में दो और तीन ग्रहों के मिलन का संयोग तो कई बार देखने का मिलता है लेकिन एक साथ चार ग्रहों के मिलने का संयोग कई वर्षों बाद देखने को मिलता है। इस दुर्लभ घटना को खगोल विज्ञान में 'ट्रिपल कंजक्शन विथ द मून' के नाम से जाना जाता है |
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'१४ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
१४ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२६वॉ (लीप वर्ष मे २२७वॉ) दिन है। साल मे अभी और १३९ दिन बाकी है।
१४ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१)सन् १४५२ ईसवी को इटली के प्रख्यात चित्रकार शिल्पकार लियोनार्डो डावेन्ची जन्म हुआ। उन्हें बचपन से ही चित्रकला से बहुत लगाव था। सन् १५०६ ईसवी में बारहवें लुई और फिर फ़्रांसिस प्रथम के दरबारी चित्रकार के रुप में डावेन्ची का चयन हुआ। मीलान नगर के गिरजाघर को उनकी निर्माण कला का सबसे प्रख्यात नमूना माना जाता है। चित्रकला में जोकोन्ड की मुस्तकान व अंतिम शाम उनकी सबसे प्रख्यात पेंटिग्स हैं। डावेन्ची का निधन सन् १५१९ ईसवी को हुआ।
(२)सन् १८२५ ईसवी को डीज़ल की खोज की गयी। ब्रिटेन के प्रख्यात भौतिक एवं रसायनशास्त्री मिशल फ़ेराडे ने अनेक अनुसंधानों व प्रयोगों के पश्चात डीज़ल को खनिज तेल से अलग करने में सफलता प्राप्त की। किंतु उस समय लोगों को तेल के आर्थिक व औद्योगिक महत्व का पता नहीं था।
(३)सन् १९४५ ईसवी को दूससरे विश्व युद्ध के दौरान जापान घटक देशों के सामने हथियार डालने पर विवश हुआ।इस प्रकार १९३९ में पोलैंड पर नाजी जर्मनी के आक्रमण के साथ ही आरंभ होने वाला यह विश्व युद्ध जापान में समाप्त हो गया। दिसम्बर सन् १९४१ में अमरीका और जापान के मध्य भीषण युद्ध हुआ किंतु जापान के हीरोशीमा और नागासाकी नगरों पर अमरीका की परमु बम्बारी के बाद जापान ने हथियार डाल दिए इस बम्बारी में लगभग दो लाख लोग मारे गये थे।
(४)सन् १९४७ ईसवी को पाकिस्तान को स्वतंत्रता प्राप्त हुई, और मुहम्मद अली जिन्ना पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल बने । सत्ता का हस्तांतरण ठीक मध्यरात्रि को हुआ था पर पाकिस्तान अपना कौमी दिवस 14 अगस्त को मनाता है जब कि भारत अपना स्वतंत्रता दिवस १५ अगस्त को मनाता है। ब्रिटिश साम्राज्यवाद के विरुद्ध भारत की जनता के आंदोलन के अंतर्गत सन् १९०६ में मुस्लिम लीग पार्टी का गठन हुआ।
(५)सन् १९७० ईसवी को योगोस्लाविया और वाटीकान ने दोबारा राजनयिक संबंध स्थापित किये। इससे पहले १८ वर्षों तक दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध टूटे रहे।
(६)सन् १९८६ को पाकिस्तान में राष्टपति ज़ियाउल हक़ की सरकार के विरुद्ध दंगे भड़क उठे जिसमें कई लोगों को मार दिया गया। और विपक्ष की नेता बेनज़ीर भुटटो को गिरफ़तार कर लिया गया ।
(७)सन् २०१०- भारत सरकार ने 64वें स्वतंत्रता दिवस पर काबुल में शहीद हुए सेना चिकित्सा कोर के मेजर एल ज्योतिन सिंह को अशोक चक्र तथा विनोद चौबे और मेजर दविंद्र सिंह जस को कीर्ति चक्र प्रदान करने की घोषणा की।

१४ अगस्त को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
सन् १९८४- रॉबिन सोडरलिंग
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'१५ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व'
१५ अगस्त कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२७वॉ (लीप वर्ष मे २२८ वॉ) दिन है। साल मे अभी और १३८ दिन बाकी है।
१५ अगस्त का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) सन् १९४५- जापान का आत्म समर्पण, मित्र राष्ट्रों में खुशी की लहर
(२) सन् १९४७-भारतीय स्वतंत्रता दिवस। सन् १९४७ ईसवी को वर्षो तक ब्रिटिश साम्राज्यवाद के पिरुद्ध संघर्ष करने के पश्चात भारत की जनता इस देश को स्वतंत्र कराने में सफल हुई। १६वीं शताब्दी में अंग्रेज़ों ने भारत में अपना प्रभाव बनाना आरंभ कर दिया था। और १७वीं शताब्दी में ब्रिटेन ने भारत में अपने योरोपीय प्रतिद्वन्द्वी फ़्रांस और इसी प्रकार तैमूरी मुग़लों को पराजित करके इस देश पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया। भारतीय जनता ने अंग्रेज़ों के विरुद्ध कई बार आंदोलन छेड़ा किंतु अंग्रेज़ों ने उसे कुचल दिया। सन् १८९५ में भारतीय नेशनल कॉग्रेस का गठन हुआ और फिर जनता के आंदोलन संगठित होने लगे। स्वतंत्रता आंदोलन से महात्मा गांधी के जुड़ने और उनके नेतृत्व में सत्याग्रह और असहयोग आंदोलनों के कारण ब्रिटेन को सन् १९४७ में अपने सबसे बड़े उपनिवेश से हाथ धोना पड़ा।
(३) सन् १९४७- बलुचिस्तान पाकिस्तान में मिल गया।
(४) सन् १९४७- हैदराबाद के निजाम ने भारत में विलय से इनकार कर स्वतंत्र रहने की घोषणा की।
(५) सन् १९४८- कोरिया प्रायद्वीप के विभाजन के पश्चात दक्षिणी केरिया नामक एक स्वाधीन देश अस्त्तिव में आया। बीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध में कोरिया प्रायद्वीप को चीन व जापान जैसे क्षेत्र के बड़े देशों के अतिक्रमण और अतिग्रहण का सामना करना पड़ा। सन् १९०५ में जापान ने कोरिया पर अधिकार कर लिया। परंतु द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की पराजय के बाद सोवियत संघ ने इसके उत्तरी भाग पर और अमरीका ने दक्षिणी भाग पर अधिकार कर लिया। चूंकि उत्तरी कोरिया में सोवियत संघ और कम्यूनिज्म की और दक्षिण में पश्चिमी देशों की पक्षधर की पक्षधर सरकार थी इस लिए कोरिया प्रायद्वीप दो अलग देशैं में विभाजित हो गया।
(६) सन् १९६०- कॉगो गणराज्य में फ़्रांस से स्वतंत्रता मिली। अतीत में कॉगो पश्चिमी अफ़्रीक़ा का एक भाग था जिसमें वर्तमान अंगोला और कॉगों डेमोक्रेटिक भी शामिल थे। पुर्तग़ालियों ने १५वीं शताब्दी में इसक्षेत्र की खोज की परंतु यह देश वर्षों तक फ़्रांस का उपनिवेश रहा।
(७) सन् १९७५-  बंग्लादेश के तत्कालीन राष्ट्रपति शेख मुजिबुर रहमान, बांगलादेश के राष्ट्राध्यक्ष की एक सैनिक विद्रोह में हत्या कर दी गयी। वे बंग्लादेश की स्वाधीनता के संस्थापकों में थे ।
(८) सन् १९९०- रुस के तत्कालीन राष्ट्रपति मीखाईल गोरबाचोफ ने इस देश के नोबल पुरुस्कार विजेता लेखक एलैग्ज़न्डर सोलहेनित्सिन को दोबारा रुस की नाग़रिकता दी। उन्हें सन् १९७४ में भयावह उपन्यास लिखने के कारण देश से निकाल दिया गया था।
१५ अगस्त को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
(१) सन् १००१ - डंकन पहिला, स्कॉटलैण्ड का राजा.
(२) सन् १७६९ - नेपोलियन बोनापार्ट, फ्रांस का सम्राट.
(३) सन् १८१३ - जुल्स ग्रेव्ही, फ्रांस के राष्ट्राध्यक्ष
(४) सन् १८७२ - श्री अरविंद, भारतीय तत्त्वज्ञानी
(५) सन् १८८६ - बिल व्हिटली, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट खिळाडी
(६) सन् १९२२- लुकज़ फ़ॉस, जर्मन संगीतकार (निधन-सन् 2009)
(७) सन् १९२७ - एडी लेडबीटर, अँग्रेज क्रिकेट खिळाडी
(८) सन् १९४५ - बेगम खालिदा जिया, बांगलादेश की प्रधानमंत्री
(९) सन् १९४७ - राखी गुलझार, भारतीय अभिनेत्री.
(१०) सन् १९५१ - जॉन चाइल्ड्स, अँग्रेज़ क्रिकेट खिळाडी
(११) सन् १९५१ - रंजन गुणतिलके, श्रीलंकाई क्रिकेट खिळाडी
(१२) सन् १९६३ - जॅक रसेल, अँग्रेज क्रिकेट खिळाडी
(१३) सन् १९६८ - डेब्रा मेसिंग, अमेरिकन अभिनेत्री.
(१४) सन् १९७२ - बेन ऍफ्लेक, अमेरिकन अभिनेता.
(१५) सन् १९७५ - विजय भारद्वाज, भारतीय क्रिकेट खिळाडी

१५ अगस्त को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१) सन् १०३८ - स्टीवन पहिला, हंगरी का राजा.
(२) सन् १०४० - डंकन पहिला, स्कॉटलंड का राजा.
(३) सन् १०५७ - मॅकबेथ, स्कॉटलंड का राजा
(४) सन् १११८ - ऍलेक्सियस पहिला कॉम्नेनस, बायझेन्टाई सम्राट.
(५) सन् १९३५ - विल रॉजर्स, अमेरिकी अभिनेता.
(६) सन् १९७५ - शेख मुजिबुर रहमान, बांगलादेश के राष्ट्राध्यक्ष
(७) सन् २००४ - अमरसिंह चौधरी, गुजरात के मुख्यमंत्री

इतिहास की संपूर्णता असाध्य सी है, फिर भी यदि हमारा अनुभव और ज्ञान प्रचुर हो, ऐतिहासिक सामग्री की जाँच-पड़ताल को हमारी कला तर्कप्रतिष्ठत हो तथा कल्पना संयत और विकसित हो तो अतीत का हमारा चित्र अधिक मानवीय और प्रामाणिक हो सकता है। सारांश यह है कि इतिहास की रचना में पर्याप्त सामग्री, वैज्ञानिक ढंग से उसकी जाँच, उससे प्राप्त ज्ञान का महत्व समझने के विवेक के साथ ही साथ ऐतिहासक कल्पना की शक्ति तथा सजीव चित्रण की क्षमता की आवश्यकता है । स्मरण रखना चाहिए कि इतिहास न तो साधारण परिभाषा के अनुसार विज्ञान है और न केवल काल्पनिक दर्शन अथवा साहित्यिक रचना है । इन सबके यथोचित संमिश्रण से इतिहास का स्वरूप रचा जाता है ।
'जय हिंद,जय हिंद'

'१३ अगस्त,२०११ को दुर्लभ खगोलीय घटना'



ज्योतिषीय एवं खगोलविज्ञान के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण घटना में सौर मंडल के चार ग्रहों के एक साथ मिलने का दुर्लभ संयोग आमजनों को १३ अगस्त,२०११ की शाम के पश्चात देखने को मिलेगा। खगोल वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि सौर मंडल में दो और तीन ग्रहों के मिलन का संयोग तो कई बार देखने का मिलता है लेकिन एक साथ चार ग्रहों के मिलने का संयोग कई वर्षों बाद देखने को मिलता है। इस दुर्लभ घटना को खगोल विज्ञान में 'ट्रिपल कंजक्शन विथ द मून' के नाम से जाना जाता है।सौर परिवार के दो ग्रहों के मिलन की खगोलीय घटना आमतौर पर एक या दो वर्ष में देखने को मिल जाती है। एक दिसंबर २००८ को शुक्र, वृहस्पति और चन्द्र ग्रह के मिलन की खगोलीय घटना दर्ज की गई थी लेकिन कई वर्ष बाद इस बार आगामी १३ अगस्त की शाम के बाद अर्ध चन्द्रमा के साथ शुक्र-मंगल और शनि ग्रह के मिलन की अद्भुत घटना का मनोरम नजारा देखने को मिलेगा।आकाश में १३ अगस्त को होने वाले इन चार ग्रहों के मिलन के समय घटित होने वाले सुन्दर दृश्य की इस खगोलीय घटना के तहत चन्द्रमा के साथ नजदीक चमकते तीनों ग्रहों को आमजन आसानी से पहचान सकते है। यह घटना भारत सहित उत्तरी गोलार्ध के हिस्से में सूर्यास्त के बाद पश्चिमी आकाश में दो घंटे तक दिखाई देगी।  इन ग्रहों की पहचान यह है कि चन्द्रमा के नजदीक सबसे चमकदार शुक्र एवं मंगल ग्रह लाल रंग तथा शनि ग्रह नीले रंग में चमकता हुआ नजर आएगा। यह चारों ग्रह आधा डिग्री के कोणीय दूरी पर सुन्दर आकृति बनाते हुए पास में आ जाएंगे तथा इन सभी ग्रहों को कोरी आंखो से देखा जा सकता है। खगोलीय घटना का पृथ्वी के मौसम और आमजन पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया कि पश्चिमी आकाश में होने वाली इस घटना के दौरान मौसम साफ रहने वाले क्षेत्रों में इन ग्रहों के मिलन का अद्भुत नजारा अच्छी तरह दिखाई देगा।
यह खगोलीय घटना खगोल वैज्ञानिको के साथ शौकिया खोजकर्ताओं और जिज्ञासुओं के लिए भी महत्वपूर्ण है। कालगणना की नगरी उज्जैन में इस खगोलीय घटना के अनुसंधान और आमजन को देखने के लिए संस्थान द्वारा व्यवस्था की गई है ।
'जय हिंद,जय हिंदी'

सोमवार, 25 जुलाई 2011

आज का इतिहास,दूसरा-भाग

(जुलाई माह की १६ से ३१ तक विभिन्न तिथियों का ऐतिहासिक महत्त्व)


१६ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १९७वॉ (लीप वर्ष मे १९८वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६८ दिन बाकी है।
१६ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) पार्किन्सन नामक एक डॉक्टर ने १६ जुलाई सन १८९० ईसवी को पार्किन्सनस बीमारी और उसके अस्तित्व में आने की प्रक्रिया के बारे में अपनी जॉच पूरी की यही कारण है कि इस बीमारी का नाम उन्हीं के नाम पर पार्किन्सन्स रख दिया गया। इस बीमारी के लक्षण यह है कि रोगी के हाथों, ज़बान सिर और दूसरे अंगों में कंपन होता है तथा चलते समय रोगी अपना संतुलन खो बैठता है। इसका मुख्य कारण मुछ मानसिक समस्याएं हैं अब तक इसका कोई सही उपचार नहीं खोजा जा सका है।
(२) अमरीका ने १६ जूलाई सन १९४५ ईसवी को परमाणु बम का पहला परीक्षण किया इसका उददेश्य जापान पर परमाणु बमबारी की तैयारी करना था। जापान उस समय यूरोप में दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति के बावजुद अमरीकी बम्बारियों का डट कर मुक़ाबला कर रहा था और उसने अमरीका को भारी नुक़सान भी पहुँचाया था। अमरीकी सरकार ने पहले परमाणु परीक्षण की सफलता के बाद जापान के हीरोशीमा और नागासाकी नगरों पर परमाणु बमबारी की और इतिहास के पन्नों को अपने अमानवीय अपराधों से कलंकित कर दिया |
(३) एशिया का हिन्दू देश नेपाल १६ जुलाई सन १९५१ ईसवी को ब्रिटेन से स्वतंत्र हुआ। हालॉकि नेपाल का इतिहास बहुत पुराना है किंतु इसके अतीत के बारे में अधिक जानकारियॉ उपलब्ध नहीं हैं। उन्नीसवीं शताब्दी के आरंभ में नेपाल ने ब्रिटेन का हस्तक्षेप और प्रभाव बढ़ना आरंभ हुआ जिसके कारण दोनों देशों में युद्ध हुआ जिसके समापन पर ब्रिटेन ने १८१६ में नेपाल के बड़े भाग पर अधिकार कर लिया। भारत और पाकिस्तान के स्वतंत्र हो जाने और भारतीय उपमहाद्वीप में ब्रिटेन की शक्ति क्षीण हो जाने के बाद, ब्रिटेन, नेपाल को वर्ष १९५१ में स्वतंत्र करने पर विवश हो गया और इस देश में शाही व्यवस्था ने सत्ता संभाल ली ।
(४) १६ जुलाई, २००१ को पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्र्पति परवेज मुशर्रफ साहब भारत आये थे । आगरा में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ कई दौर की बातचीत के बाद, उनके हठवश जब बातचीत का कोई परिणाम नहीं निकाला, तो उन्होंने प्रेस को बुलाकर अपनी भड़ास निकाली और भारतीय नेताओं को बुरा भला कहते हुए अपनी औपचारिक यात्रा की अवधि पूरी होने के पहले ही बिना भारतीय नेताओं की परवाह किये अपने विशेष विमान से इस्लामाबाद रवाना हो गये । हमारे देश के नेताओं ने इसके बावजूद मुशर्रफ साहब के साथ वार्ताओं का क्रम बनाए रखा और उनसे सीमा समस्या, आतंकवाद व कश्मीर समस्या के समाधन की आशा बनाए रखी ।
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१७ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १९८वॉ (लीप वर्ष मे १९९वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६७ दिन बाकी है।
१७ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) १७ जुलाई सन् १९७५ को  अमरीकी वायु सेना के जनरल थॉमस स्टाफोर्ड और सोवियत वायु सेना के जनरल अलेक्सी लियोनफ़ डॉकिंग कक्ष में मिले थे  जिसने दोनों देशों के अंतरिक्ष यानों को इतिहास में पहली बार जोड़ा था। इस प्रकार अमरीका और सोवियत संघ के बीच अंतरिक्ष में सहयोग का युग शुरू हुआ ।
(२) भारत रत्न पण्डित गोविन्द बल्लभ पंत १७ जुलाई, १९३७ को संयुक्त प्रान्त के प्रथम मुख्यमंत्री बने ।
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१८ जुलाई कैलंडर२०११ १८ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९९वॉ (लीप वर्ष मे २०० वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६६ दिन बाकी है।
१८ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं-----
(१) १८ जुलाई सन ८७१ ईसवी को ब्रिटेन और डेनमार्क के मध्य २५ वर्षों तक जारी रहने वाला युद्ध का क्रम आंरभ हुआ । इन लड़ाइयों में ब्रिटेन के युवा बादशाह सम्राट अलफ्रेड नायक के रूप में देखे जाते थे। हालांकि डेनमार्क ने इन लड़ाइयों के दौरान ब्रिटेन के एक बड़े भाग पर अधिकार कर लिया था किंतु यह युद्ध ९ जुलाई ८९६ को ब्रिटेन की विजय के साथ समाप्त हुआ ।
(२) १८ जुलाई सन १७८३ ईसवी को ब्रिटेन के विख्यात खगोल शास्त्री विलियम हरशल ने आकाश गंगा की वास्तविकता का पता लगाया। उन्होंने टेलेस्कोप द्वारा जो उन्होंने स्वयं ही बनाया था ग्रह देख रहे थे जिसके दौरान उन्हें पता चला कि आकाशगंगा एसे ग्रहों का महान समूह है कि सौरमंडल उसका बहुत छोटा सा भाग है। हरशल ने इसी प्रकार उन्य कई ग्रहों की खोज की। विलियम हरशल का ८४ वर्ष की आयु में वर्ष १८२२ में निधन हो गया।
(३) विज्ञान के अमेरिकी दार्शनिक टॉमस कून का जन्म १८ जुलाई,१९२२ को हुआ था |
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१९ जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २००वॉ (लीप वर्ष मे २०१वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६५ दिन बाकी है।
१९ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) १९ जुलाई,सन १३३३- स्कॉटी स्वतंत्रता युद्ध के दौरान हैलिडन पहाड़ी का युद्ध हुआ जिसमें अंगरेजों ने स्कॉटों पर निर्णायक जीत दर्ज की।
(२) १९ जुलाई,सन १९२२- मलेशिया के राजा तुअंकु जाफडर इब्नी अलमर्हम तुअंकु अब्दुल रहमान का जन्म हुआ |
(३) १९ जुलाई,सन १८२७- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम 1857 के प्रथम क्रांतिकारी मंगल पांडे का जन्म हुआ |
(४) १९ जुलाई,सन १८४८- पहला महिला अधिकार सम्मेलन न्यूयॉर्क के सिनिका फॉल्स में आयोजित किया गया।
(५) १९ जुलाई,सन १८६४- ताइपिंग विद्रोह में नानकिंग के तीसरे युद्ध में चीनी साम्राज्य ने अंततः ताइपींग को पराजित कर दिया।
(६) १९ जुलाई,सन १८७०- फ्रांसीसी-इरानी युद्ध प्रारंभ हुआ | यह युद्ध फ्रांस ने इरान के खिलाफ युद्ध छेड़ा था ।
(७) १९ जुलाई,सन १९१६- प्रथम विश्व युद्ध फ्रोमेल्स के युद्ध में ब्रिटिश और आस्ट्रेलियाई सेना ने जर्मन सेना पर हमला किया।
(८) १९ जुलाई,सन १९६९- भारत सरकार ने देश के 14 प्रमुख बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया।
(९) १९ जुलाई,सन १९६९- चंद्रमा की सतह पर उतरे अन्तरिक्ष- यान अपोलो द्वितीय के अंतरिक्ष यात्री नील आर्म स्ट्रॉंग और एडविन एल्ड्रीन ने यान से बाहर निकलकर चंद्रमा की कक्षा में चहलकदमी की।
(१०) १९ जुलाई,सन १९७४- क्रांतिकारी उधम सिंह की अस्थियाँ लंदन से दिल्ली लाई गई ।
(११) १९ जुलाई,सन १९७६- नेपाल में सागरमाथा पार्क बनाया गया ।
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२० जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०१वॉ (लीप वर्ष मे २०२वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६४ दिन बाकी है।
२० जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) २० जुलाई सन १२९६- अलाउद्दीन खिलजी ने स्वयं को दिल्ली का सुल्तान घोषित किया।
(२) २० जुलाई सन १७६१- माधव राव प्रथम पेशवा बने।
(३) २० जुलाई सन १८१० ईसवी- कोलम्बिया ने स्पेन से आजाद होने की घोषणा की और एक स्वतंत्रत-देश की हैसियत प्राप्त की । १५वीं ईसवी शताब्दी के अंतिम वर्षों में इस देश की स्पेन के नाविकों ने खोज की।
(४) २० जुलाई १८६६ -जर्मनी के गणितज्ञ बरनार्ड रीमैन का टीबी के रोग में निधन हुआ । वे जर्मनी के हैनूवर नगर में जन्में और आरंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने गणित की ओर पूरा ध्यान केंद्रित कर दिया। वे २८ वर्ष की आयु में विश्वविद्यालय में गणित के शिक्षक बने उन्होंने गणित की सराहनीय सेवा की है।
(५) २० जुलाई सन १९०५- बंगाल के पहले विभाजन को भारतीय सचिव ने मंजूरी दी।
(६) २० जुलाई सन १९२३- पन्चो विला की हत्या कर दी गई।
(७) २० जुलाई सन १९२४- सोवियत खेल समाचार पत्र सोवत्सकी स्पोर्ट् की स्थापना हुई।
(८) २० जुलाई सन 1929- हिंदी फिल्म अभिनेता राजेंद्र कुमार (जुबली कुमार) का जन्मदिन |
(९) २० जुलाई सन १९३७ ईसवी को गोलैलिमों मारकोनी नामक अविष्कारक का ६३ वर्ष की आयु में निधन हुआ। उन्होंने रेडियो का अविष्कार किया।
(१०) २० जुलाई सन १९६०- सिलॉन की राष्ट्रपति श्रिमावो भंडार नायके विश्व की प्रथम महिला राष्ट्रपति निर्वाचित हुई।
(११) २० जुलाई सन १९६९- मनुष्य ने पहली बार चंद्रमा पर कदम रखा।  अमरीकी अंतरिक्ष यात्रियों नील आर्म्सट्रांग और एडविन आल्डीन ने आज के दिन अपोलो ११ नामक अंतरिक्ष यान चंद्रमा पर उतारा। 
(१२) २० जुलाई सन १९७३- अभिनेता,निर्देशक,जीट क्वींडो मार्शल आर्ट आंदोलन संस्थापक विश्व प्रसिद्द ब्रुसली का निधन हुआ |
(१३) २० जुलाई सन १९७४ - तुर्की की सेना ने साइप्रस के तुर्क क्षेत्रों पर जो इस क्षेत्र का उत्तरी भाग है कब्ज़ा कर लिया ।
(१४) २० जुलाई सन १९७७- सूचना की स्वतंत्रता अधिनियम के अंतर्गत अमेरिकी जाँच संस्था सीआईए द्वारा जारी किए गए दस्तावेज में स्वीकार किया गया की वह मस्तिष्क नियंत्रण प्रयोगों में शामिल रहे हैं।
(१५) २० जुलाई सन १९८९- वर्मा की सेना समर्थित सरकार ने विपक्षी नेता आंग सांग सूकी को उनके घर में कैद कर दिया। वे पिछले २० वर्षों में लगभग १४ वर्ष गृह कैद रही हैं।
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२१ जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०१वॉ (लीप वर्ष मे २०३वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६३ दिन बाकी है।
२१ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) सन ३५६ ईपू- युवा हेरो स्ट्रैटस ने अपनी प्रसिद्धि के लिए प्राचीन विश्व के सात आश्चर्यों में शामिल आर्टिमिस के मंदिर में आग लगा दी।
(२) सन १८१६- जूलियस राइटर, अंगरेजी समाचार एजेंसी राइटर के संस्थापक का जन्म हुआ था |
(३) सन १८८३- कोलकाता में भारत के पहले सार्वजनिक थिएटर हॉल स्टार थिएटर की शुरुआत हुई।
(४) सन १८९९- अर्नेस्ट हेमिंग्वे, नोबेल पुरस्कार विजेता अमेरिकी उपन्यासकार का जन्म हुआ था |
(५) सन १९२२- मॉली सगडेन, ब्रिटिश अभिनेत्री (मृ. 2009) का जन्म हुआ था |
(६) सन १९३०- गीतकार, शायर आनंद बख्शी साहब का अविभाजित हिन्दुस्तान के रावलपिंडी (अब पाकिस्तान में) जन्म हुआ था|
(७) सन १९५१- रॉबिन विलियम्स, अमेरिकी हास्य अभिनेता का जन्म हुआ था |
(८) सन १९६३- काशी विद्यापीठ को विश्वविद्यालय का दर्जा मिला ।
(९) सन २०११- भारत और इंग्लैंड के बीच लार्डस में 21 जुलाई से होने वाला पहला टेस्ट मैच लंबी अवधि के इस प्रारूप के इतिहास में विशेष दर्जा पाने वाला है। यह 2000वां टेस्ट मैच है । टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 15 से 19 मार्च 1877 के बीच मेलबर्न में खले गए मैच से हुई थी।
२१ जुलाई को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
चंदू बोर्डे, भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी,
चेतन चौहान, भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी,
बैरी रिचर्ड्स, दक्षिण अफ्रिकी क्रिकेट खिलाड़ी,
कैट स्टीवेंस के नाम से प्रसिद्ध युसुफ इस्लाम, गीतकार, गायक

२१ जुलाई को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
२१ जुलाई सन १९०६ को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी का निधन हुआ |
२१ जुलाई सन १९२० को रामकृष्ण परमहंस की पत्नी और आध्यात्मिक सहयोगिनी शारदा माँ का निधन हुआ |
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२२ जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०३वॉ (लीप वर्ष मे २०४वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६२ दिन बाकी है।
२२ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) २२ जुलाई सन १९१८- भारत के पहले पायलट इंद्रलाल राय लंदन के आसपास जर्मनी के विमानों के साथ संघर्ष में मारे गए थे।
(२) २२ जुलाई सन १९२३- मुकेश, हिंदी चलचित्र पार्श्व गायक का जन्म हुआ था |
(३) २२ जुलाई सन १९४७- डॉनल्ड ह्यू डॉन हेनली, संगीतकार का जन्म हुआ था |
(४) २२ जुलाई सन १९४७- पिंगली वेंकैय्या द्वारा निर्मित भारत के राष्ट्रीय ध्वज को उसके वर्तमान स्वरूप में भारत की संविधान सभा द्वारा अपनाया गया।
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२३ जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०४वॉ (लीप वर्ष मे २०५ वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६१ दिन बाकी है।
२३ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) सन १७९८ ईसवी- मिस्र के नगर क़ाहेरा में नेपोलियन की सेनाएं प्रविष्ट हुई और यह यह नगर फ्रांसीसी सेना के नियंत्रण में चला गया इस प्रकार मिस्र में ममालीक शासन श्रंखला का अंत कर दिया गया।
(२) सन १७९८ ईसवी- स्वीट्ज़रलैंड के इतिहासकार और लेखक जूलियो ब्रान्डन्सन का जन्म हुआ। उन्होंने शिक्षा प्राप्ति के बाद इतिहास के बारे में अनुसंधान आरंभ किया। उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं जिनमें युद्ध भड़कने के कारण और योरोप का इतिहास आदि का नाम लिया जा सकता है । वर्ष १९६३ में उनका निधन हुआ।सन १८८१- अंतर्राष्ट्रीय जिम्नास्टिक संघ ने खेल परिसंघ की स्थापना की। यह विश्व का सबसे पुराना खेल परिसंघ है।
(३) सन १९०३- मोटर कंपनी फोर्ड ने अपनी पहली कार बेची।
(४) सन १९०४- चार्ल्स इ मेंसियस द्वारा मलाइबरफ संकु (आइसक्रीम कोण) की खोज की गई।
(५) सन १९१४- आर्क्ड्यूक फ्रांसिस फर्डिनेंड की हत्या के बाद आस्ट्रीया-हंगरी ने सर्बिया को अल्टीमेटम दिया। इसी के बाद प्रथम विश्व युद्ध शुरु हो गया।
(६) सन १९२७- भारत में नियमित रेडियो प्रसारण की शुरुआत मुंबई से हुई।
(७) सन १९२९- इटली में फासीवादी सरकार ने विदेशी शब्दों के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया।
(८) सन १९५२-मिस्त्र में क्रांति हुई, जिसमें मुहम्मद नाजिर के नेतृत्व में कुछ युवा सैनिकों ने विद्रोह कर बादशाह फारुख-1 का शासन समाप्त कर उसे देश से बाहर निकाल दिया।

२३ जुलाई को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं;-
(१) सन १८५६- बाल गंगाधर तिलक, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता।
(२) सन १९०६- चंद्रशेखर आजाद, भारतीय क्रांतिकारी |
(३) सन १९१६- हेल सलासी-1, इथोपियाई सम्राट
(४) सन १९५३- ग्रेन ऐलेन गूज, अँग्रेज़ क्रिकेट खिलाड़ी
(५) सन १९७३- हिमेश रेशमिया, हिंदी चलचित्र निर्माता, निर्देशक, अभिनेता
(६) सन १९७६- ज्यूरिथ पोलगाँव, हंगरीयन महिला शतरंज खिलाड़ी।

२३ जुलाई को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ :-
(१) सन २००४- महमूद अली, निर्माता, निर्देशक, हास्य अभिनेता
(२) सन १९९९- मोरक्को के राजा हसन द्वितीय का ७० वर्ष की आयु में निधन हुआ। वे सन १९२९ में जन्मे थे मोरक्को को स्वतंत्रता मिलने के पांच वर्ष बाद सन १९६१ में उन्होंने शासन संभाला।
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'२४ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व'
२४ जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०५वॉ (लीप वर्ष मे २०६वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६० दिन बाकी है।
२४ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) सन १८३०- चिलि में दास प्रथा समाप्त कर दी गई।
(२)सन १८५४ ईसवी को जर्मनी के अविष्कारक ओटमेर मरगैन्टलर का जन्म हुआ। उन्होंने टाइपराइटर का अविष्कार किया। आरंभ में वे घड़ी बनाने का काम करते थे किंतु धीरे धीरे उन्हें इस प्रकार के दूसरे कापर्यों में भी रूचि हो गयी। और अंतत: वे टाइपराटर बनाने में सफल हुए। १८९९ में उनका निधन हुआ। (
(३) सन १८६८ ईसवी को अमरीकी अविष्कारक जॉन वेसली हट प्लस्टिक नामक पदार्थ बनाने में सफल हुए। खिलौने में प्रयोग करने के लिए हल्का और सस्ता पदार्थ बनाने के लिए एक प्रतियोगिता में भाग लेकर वेसली हेट प्लस्टिक बनाने में सफल हुए। और प्लास्टिक अत्यंत उपयोगी पदार्थों में गिनी जाती है।
(४)सन १८९०- सोराबाजार इंगलिश फुटबॉल टीम ईस्ट सरे को हराने वाली पहली भारतीय टीम बनी।
(५) सन १९११- हैरम बेहन द्वारा माया सभ्यता के लुप्त शहर माचुपिच्चु को खोज निकाला गया।
(६)सन १९२१ ईसवी को लीग ऑफ नेशन्स के निणय के अनुसार फ़िलिस्तीन इराक़ और पूर्वी जॉर्डन औपचारिक रूप से ब्रिटेन के नियंत्रण में और सीरिया लेबनान फ़्रांस के नियंत्रण में चले गये। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान और उसके बाद भी लंदन तथा पेरिस ने उसमानी शासन के क्षेत्रों को आपस में बॉट लेने पर सहमति कर ली थी।
(७)सन १९२३- लौसन की संधि। स्विट्जरलैंड में ग्रीस, बुल्गारिया और प्रथम विश्व युद्ध में शामिल अन्य देशों के बीच हुई इस संधि के द्वारा आधुनिक तुर्की की सीमाओं को व्यवस्थित किया गया।
(८)सन १९३२- रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान की स्थापना की गई।
(९)२४ जुलाईसन १९४४- द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन के युद्धक विमानों ने उत्तरी जर्मनी की हमबर्ग बंदरगाह पर भीषण बमबारी की।
(१०)सन १९६९- अपोलो-11 सफलता पूर्वक प्रशांत महासागर में उतर गया।
(११)सन १९७७- चार दिवसीय लिबिया-मिश्र युद्ध हुआ।
(१२)सन १९८९- लोकसभा से अधिकतर विपक्षी सांसदों ने त्यागपत्र दिया जो स्वीकार कर लिया गया।
(१३)सन १९६९- जैरेफर लिंलोफेज, अमेरिकी गायिका, निर्देशिका, नृत्यांगना का जन्म हुआ |
(१४)सन १९८०- हिंदी चलचित्र अभिनेता उत्तम कुमार का निधन |
(१५)सन १९८०- अमेरिकी हास्य अभिनेता (पींक पैंथर द्वारा प्रसिद्द) रिचर्ड हेनरी सेलस का निधन |
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'२५ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व'
२५ जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०६वॉ (लीप वर्ष मे २०७वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५९  दिन बाकी है।२५ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---(१)सन १८१३- भारत में पहली बार नौका दौड़् प्रतियोगिता कोलकाता में आयोजित हुई।(२)सन १८१४- भाप से चलने वाले भारवाहक रेल इंजन का सफल परीक्षण किया गया। इस परीक्षण के बाद यातायात और व्यापारिक संबंध की दुनिया में एक क्रान्ति आ गयी। इस इंजन के अविष्कारक ब्रिटिश इंजीनियर जार्ज स्टीफ़ेन्सन थे।
(३)सन १८३७- इलेक्ट्रिक टेलिग्राफ के इस्तेमाल का पहली बार सफलता पूर्वक प्रदर्शन किया गया।(४)सन १८९४- चीन के तट पर जापान के आक्रमण के साथ ही दोनों देशों के बीच युद्ध आरंभ हुआ। आधुनिक हथियारों से लैस होने के कारण जापान की सेना को इस युद्ध में सफलता मिली।
(५)सन १९३८- फ़िलिस्तीन की एक मंडी में दो बम धमाकों में ६२ असैनिक मारे गये और लगभग १०० अन्य घायल हो गये। यह धमाके आतंकवादी जायोनी गुटों ने किये थे।
(६)सन १९४८- आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने भारतीय टीम के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा लक्ष्य प्राप्त करने का रिकॉर्ड बनाया।(७)सन १९९३- जायोनी शासन के सैनिकों ने दोबारा दक्षिणी लेबनान पर जल थल और वायु आक्रमण किया। लेबनान पर सन १२८२ में आक्रमण के बाद यह ज़ायोनी शासन का सबसे भयंकर हमला था।
(८)सन २००७- प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने भारत के 12 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली । वे भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनीं।
२५ जुलाई को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं;-
सन १९०५- जॉनी हॉजेज, अमेरिकी सेक्सोफोनवादक (मृत्यु सन १९७०)सन १९१९-सुधीर फड़के, भारतीय संगीतकार (मृत्यु सन २९ जुलाई,२०२)
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'२६ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व'२६ जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०७वॉ (लीप वर्ष मे २०८वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५८ दिन बाकी है।२६ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) सन १६८४- फ़्रांसीसी लेखक और शायर पियर कोर्नी का 78 वर्ष की आयु में निधन हुआ।
(२)सन १८५६- आयरलैंड के आलोचक और प्रसिद्ध लेखक जार्ज बरनार्ड शॉ का जन्म हुआ। उन्होंने पहले ड्रामा और कहानियां लिखना आरंभ की। बरनार्ड शॉ को उनके निधन के दो वर्ष बाद सन १९५२ में नोबल पुरुस्कार दिया गया। उनकी रचनाओ को विश्व स्तर ख्याति प्राप्त है।
(३)सन १९५६- मिस्र के तत्कालीन राष्ट्रपति जमाल अब्दुन्नासिर ने स्वेज़ नहर को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित घोषित किया और उससे संबंधित कार्यों की देख भाल के लिए एक संस्था की स्थापना की। ब्रिटेन ने सन १८९६ में मिस्र पर अधिकार करने के बाद स्वेज़ नहर बनवाई थी और इस प्रकार से योरोप और एशिया के बीच जलमार्ग बहुत छोटी हो गया।
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'२७ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व'२७ जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०८वॉ (लीप वर्ष मे २०९वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५७ दिन बाकी है।२७ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१) सन १८६२- चीन के कैंटन में चक्रवाती तूफान से ४०,००० लोगों की मौत हो गई थी।(२) सन १८९७- स्वतंत्रता सेनानी बालगंगाधर तिलक पहली बार गिरफ्तार किए गए।(३) सन १९२१- प्रेडरिक बैंटिन के नेतृत्व में टोरंटो विश्वविद्यालय के जीव-रसायनज्ञों ने इंसुलिन के खोज की घोषणा की।(४) सन १९३५- चीन में आई विनाशकारी बाढ़ से 2 लाख लोगों की मृत्यु हो गई।(५) सन १९४०- कार्टून चरित्र बग्स बनी पहली बार चलचित्र ए वाइल्ड हेयर में पर्दे पर आया।(६) सन १९७६- चीन के तंगशान में विनाशकारी भूकंप में 2,40,000 लोग मारे गए।(७) सन १९९४- भारतीय निशानेबाज़ जसपाल राणा ने विश्व निशानेबाजी प्रतियोगिता जीती।
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'२८ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व'२८ जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०९वॉ (लीप वर्ष मे २१०वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५६ दिन बाकी है।२८ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं---
(१)सन १८२१- पेरु को स्पेन से स्वतंत्रता मिली। और आज के दिन को इस देश का राष्ट्रीय दिवस घोषित किया गया। १६वीं शताब्दह के आरंभ में स्पेन के साम्राज्यवादी इस देश में प्रविष्ट हुए और स्थानीय रेड डंडियन्स का जनसंहार करके इसे स्पेन के नियंत्रण में कर लिया।
(२)सन १८७८- बरलिन सम्मेलन के समापन पर रुस जर्मनी, फ़्रांस, ब्रिटेन और ऑस्ट्रिया के बीच बरलिन समझोते पर हस्ताक्षर हुए। यह सम्मेलन जर्मनी के तत्कालीन राष्ट्राध्यक्ष बीसमार्क के आहवान पर आयोजित हुआ था। इस समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद जर्मनी की राजानैतिक और सैनिक शक्ति बहुत अधिक हो गयी तथा जर्मनी के लिए विस्तारवादी नीतियों को लागू करने की भूमिका समतल हो गयी। वस्तुत: यही समझौता प्रथम विश्व युद्ध की भूमिका था।
(३)सन १९१४- प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ऑस्ट्रिया ने इस देश के उत्तराधिकारी की सर्बिया में हत्या के बहाने सर्बिया पर आक्रमण कर दिया। किंतु इस आक्रमण का वास्तविक कारण सर्बिया के आंतरिक मामलो में ऑस्ट्रिया के हस्तक्षेप के विरुद्ध जनता के विद्रोह को कुचलना था। प्रथम विश्व युद्ध में जर्मनी ऑस्ट्रिया और उसमानी शासन एक और थे तो द्वसरी ओर रुस, फ़्रांस, ब्रिटेन और सार्बिया एक साथ थे।
(४)सन १९७६- पूर्वी चीन के तांग शान नगर में भीषण भुकम्प आया जिसमें 6 लाख हताहत और कई लाख घायल हुए। किंतु सरकारी रिपोर्ट के अनुसार मरने वालों की संख्या दो लाख चालीस हज़ार थी। इस भूकम्प की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7 दशमव 9 मापी गयी।
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'२९ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व'२९ जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१०वॉ (लीप वर्ष मे २११वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५५ दिन बाकी है।२९ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१)सन १८५६- जर्मनी के संगीतकार रॉबर्ट शोमैन का ४६ वर्ष की आयु में निधन हुआ। उन्हें उनकी संगीतकार पत्नी क्लारावीक ने संगीत की ओर आकर्षित किया और फिर वे बड़े जल्दी ही बहुत विख्यात हो गये।
(२)सन १९४१ - द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी के घटक जापान ने चीन और भारत पर अधिकार करने के लिए उपने सैनिक इस क्षेत्र के दक्षिण तट पर उतारे। जापान ने इससे पहले भी पूर्व और दक्षिणी चीन के विशाला क्षेत्र पर अधिकार कर लिया था। और इस देश 
सन १९४१ से सन १९४२ के बीच थाइलैंड मलेशिया इंडोनिया सिंगापुर फिलिपीन और बर्मा पर भी अधिकार कर लिया जो ब्रिटेन फ़्रांस और हॉलैंड के अधीन थे। किंतु युद्ध में अमरीका के प्रवेश के बाद जापान धीरे धीरे अपने अतिग्रहित क्षेत्रों से बाहर निकला। बल्कि स्वयं जापान के अपने कुछ द्वीप उसके नियंत्रण से निकल गये और सन १९४५ में हीरोशीमा और नागासाकी पर अमरीका के परमाणु आक्रमण के बाद जापान हथियार डालने पर विवश हो गया।
(३)सन १९५७- संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा परमाणु उर्जा की अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी की स्थापना हुई। इसका उददेश्य विश्व में साक्रिय परमाणु बिजलीघरों का निरीक्षण करना था कि उनका शांति पुर्ण लक्ष्यों के लिए प्रयोग हो उनके जनसंहारक हथियार न बनाए जा सकें। यह एजेंसी वियना में है। इस नगर में एक प्रयोगशाला भी है जो परमाणु उर्जा के विभिन्न क्षेत्रों में शांतिपूर्ण प्रयोग से संबंधित अपने शोधकार्यो के परिणाम से विश्व के देशों को अवगत कराती है। अमरीका रुस फ़्रांस ब्रिटेन और चीन इसके निरीक्षण अधिकार से बाहर हैं।
(४)सन १९७९- जर्मन विचारक हरबर्ट मारकूज़े का निधन हुआ। वे 1898 में पैदा हुए और जर्मनी में नाज़ियों के सत्ता में आ जाने के बाद अमरीका चले गये। वे स्वयं को मार्कसिस्ट कहते थे किंतु सोवियत संघ के मार्कसइज़्म को कटटरपंथी मानते थे।
(५)सन २०१०- संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने 122 देशों के समर्थन से स्वच्छ पानी को मानवाधिकार बनाने का गैरबाध्यकारी प्रस्ताव पारित किया।(६)सन २०१०- पूर्वी चीन जियांगसू प्रांत की राजधानी नॉनजिंग शहर की एक प्लास्टिक और रसायन फैक्टरी में गैस पाइपलाइन से गैस का रिसाव होने के बाद हुए धमाके में 12 लोगों की मृत्यु हो गई और 300 लोग घायल हो गए।
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'३० जुलाई का ऐतिहासिक महत्व'३० जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २११वॉ (लीप वर्ष मे २१२वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५४ दिन बाकी है।३० जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१)सन १६०२ - इंडोनेशिया में हॉलैंड का राजनैतिक एंव साम्राज्यवादी प्रभाव आरंभ हुआ। हॉलैंड के अधिकार से पहले यह देश पुर्ताग़ाल के नियंत्रण में था। 17वीं शताब्दी में हॉलैंड ने इंडोनेशिया द्वीप समूह पर अधिकार जमाना आरंभ किया। और धीरे धीरे इसे अपने क़ब्ज़े में ले लिया। उस समय हॉलैंड विश्व की तीसरी शक्ति माना जाता था। विभिन्न जातियओं और धर्मो के लोगों के देश इंडोनेशिया पर हॉलैंड के अधिकार के बाद से ही वहॉ संघर्ष आरंभ हो गया जो कई सौ साल तक चलते रहे अंतत: वर्ष 1950 में अहमद सोकानों के नेतृत्व में इंडोनेशिया एक स्वतंत्र देश के रुप में अपनी पहचान बनाने में सफल हुआ।
(२)सन १७९८- इटली के कवि जियाकोमो ल्यूपार्डी का जन्म हुआ। उन्हें इटली के विख्यात उपन्यासकारों में गिना जाता है। उनकी रचनाओं में भावना और विचार को जगाया गया है। ल्यूपार्डी को अरबी फ़्रेंच इंगलिश और इस्ताम्बूली भाषाओं का ज्ञान था। 39 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
(३)सन १९८०- वैनवाटो राज्य को स्वतंत्रता मिली । यह देश ऑस्ट्रेलिया के पूर्व में स्थित है। वैनवाटो द्वीपसमूह पर 17वीं शताब्दी के आरंभ में स्पेन का अधिकार हो गया। और 18वीं शताब्दी के अंत में ब्रिटेन तथा फ़्रांस भी इस क्षेत्र में प्रविष्ट हुए। और न्यू हेबरीड नामक क्षेत्र विदेशी पलायनकार्ताओं से भर गया।
(४)सन २०१०-सायना नेहवाल (बैडमिंटन) को राजीव गांधी खेल रत्न तथा सुनील छेत्री (फुटबॉल), झूलन गोस्वामी (क्रिकेट), राजीव तोमर (कुश्ती), संदीप सिंह (हॉकी) सहित 15 खिलाड़ियों को 29 अगस्त को अर्जुन पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की गई।
(५)सन २०१०-भारत के चुनाव आयोग ने राजद की राष्ट्रीय दल की तथा झारखंड में जदयू, मध्यप्रदेश तथा उत्तराखंड में सपा की राज्यस्तरीय दल की मान्यता समाप्त कर दी।(६)सन २०१०-पश्चिम कांगो में स्थित बाडुडु प्रांत में बहनेवाली कांगो नदी की शाखा कसाई नदी में एक नौका दुर्घटना में 140 से अधिक लोग डूब गए।
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'३१ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व'३१ जुलाई कैलंडर(२०११) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१२वॉ (लीप वर्ष मे २१३वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५३ दिन बाकी है।३१ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१)सन १७१३- फ़्रांस के गणितज्ञ एलेक्सी कलेशे का पेरिस में जन्म हुआ। उनके पिता गणित के शिक्षक थे अत: उन्होंने गणित की आरंभिक शिक्षा अपने पिता से ली। 18 वर्ष की आयु में वे फ़्रांस की विज्ञान एकेडमी के सदस्य बने। क्लेरो का 1765 ईसवी में निधन हो गया। एनालाइज़ा नामक उनकी रचना को विश्व ख्याति प्राप्त है।
(२)सन १७३६- फ़्रांस के भौतिकशास्त्री शार्ल ओगूस्तन कुलोम पैदा हुए। शिक्षा प्राप्ति के बाद वे इलेक्ट्रिसिटी तथा मैगनेट के बारे में शिक्षा देने लगे। और इन क्षेत्रों में कई पुस्तकें लिखीं। शिक्षा के साथ ही वे शोधकार्य में भी लगे रहे अंतत: उन्होंने भौतिक शास्त्र का एक नियम बनाया जो कुलोम के नाम से ही जाना जाता है। ७० वर्ष की आयु में उनका निधन हुआ।
(३)सन १८८०- अफ़्रीक़ा महाद्वीप के देक्षिणी भाग में स्थित कैप क्षेत्र पर ब्रिटेन की सेना का अधिकार हो गया। इस प्रकार आफ़्रिक़ा महाद्वीप के दक्षिणी क्षेत्र पर ब्रिटिश साम्राज्यवाद का आरंभ हुआ। यह क्षेत्र अफ़्रीक़ा महाद्वीप के दक्षिणी भाग में है जो हिंद महासागर तथा एटलांटिक महासागर के बीच स्थित है। इस क्षेत्र में सोने और हीरे की खदाने हैं। इसी कारण सदैव ही इस क्षेत्र पर साम्राज्यवादियों की नज़र लगी रही है।
(४)सन १९४४- फ़्रांस के लेखक आन्तवान डोसेन्ट एग्ज़ोपेरी की द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान विमान गिरने से मृत्यु हो गयी। वे सन १९०० में फ़्रांस के लियोन क्षेत्र में पैदा हुए।
(५)सन २०१०- मध्य रूस के निज्नी नोवगोरोद, वोरोनेज, मास्को और र्याजन के इलाकों में लगी आग के कारण 29 लोगों की मृत्यु के बाद राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेय ने दस हजार शमनकर्मीयों सहित सेना बुलाई।(६)सन २०१०- बिलियर्ड प्रशिक्षक सुभाष अग्रवाल को द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए चुना गया।(७)सन २०१०- ब्राजीलिया में हो रहे 34वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में विश्व धरोहर समिति ने जयपुर के 18वीं सदी के जंतर-मंतर को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया।(८)सन २०१०- ब्रिटेन के साउथेम्पटन शहर समिति ने अपनी महिला कर्मचारियों को मिनी स्कर्ट पहन कर काम पर नहीं आने के निर्देश दिए।
३१ जुलाई को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं;-
(१) सन १८८०- प्रेमचंद, प्रसिद्ध हिंदी कहानीकार और उपन्यासकार (गोदान) और (कफन, पूस की रात, बड़े घर की बेटी)  (मृत्यु  ०८ अक्टूबर,सन १९३६)
(२) सन १९२२- अमेरिकी लेखक बिल केसिंग (मृत्यु  सन २००५)
यदि आपको भी जुलाई माह की १६ से ३१ तक विभिन्न तिथियों का ऐतिहासिक महत्त्व इसी प्रकार ऐतिहासिक महत्व के सन्दर्भ में कुछ ज्ञात हो तो आप भी हमारा ज्ञानवर्द्धन अवश्य करें....
इतिहास की संपूर्णता असाध्य सी है, फिर भी यदि हमारा अनुभव और ज्ञान प्रचुर हो, ऐतिहासिक सामग्री की जाँच-पड़ताल को हमारी कला तर्कप्रतिष्ठत हो तथा कल्पना संयत और विकसित हो तो अतीत का हमारा चित्र अधिक मानवीय और प्रामाणिक हो सकता है। सारांश यह है कि इतिहास की रचना में पर्याप्त सामग्री, वैज्ञानिक ढंग से उसकी जाँच, उससे प्राप्त ज्ञान का महत्व समझने के विवेक के साथ ही साथ ऐतिहासक कल्पना की शक्ति तथा सजीव चित्रण की क्षमता की आवश्यकता है । स्मरण रखना चाहिए कि इतिहास न तो साधारण परिभाषा के अनुसार विज्ञान है और न केवल काल्पनिक दर्शन अथवा साहित्यिक रचना है । इन सबके यथोचित संमिश्रण से इतिहास का स्वरूप रचा जाता है ।
'जय हिंद,जय हिंद
'

रविवार, 24 जुलाई 2011

आज का इतिहास,प्रथम-भाग

(जुलाई माह की ०१ से १५ तक विभिन्न तिथियों का ऐतिहासिक महत्त्व)



 जुलाई माह की ०१ से १५ तक विभिन्न तिथियों का ऐतिहासिक महत्त्व--
१ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १८२वॉ (लीप वर्ष मे १८३वॉ) दिन है। साल मे अभी और १८३ दिन बाकी है।
१ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) सन १८६७ ईसवी - कैनेडा को ब्रिटेन से स्वतंत्रता मिली। १५ वीं शताब्दी ईसवी के अंत में कैनेडा की खोज हुई और उस समय से लगभग दो शताब्दियों तक फ़्रांस और ब्रिटेन ने इस देश पर अधिकार के लिए आपस में कड़ी प्रतिस्पर्धा की।
(२) सन १९६२ ईसवी को ब्रुनई नामक छोटे से देश ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की। यह देश १८९९ से १९१७ ईसवी तक रवांडा के साथ जर्मनी का उपनिवेश रहा। 
(३) सन १९९७ ईसवी को ब्रिटेन ने महत्वपूर्ण द्वीप हांग कांग को १५५ वर्ष के अतिग्रहण के बाद चीन को लौटाया।
१ जुलाई को निम्नलिखित कुछ और प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:
(१) सन १४८१ ईसवी - क्रिस्चियन दुसरा, डेन्मार्क का राजा
(२) सन १५३४ ईसवी - फ्रेडरिक दुसरा, डेन्मार्क का राजा।
(३) सन १६४६ ईसवी -गोटफ्रेड लायब नीट्ज़ नामक जर्मन गणितज्ञ और दार्शनिक
(४) सन १७४२ ईसवी - जॉर्ज क्रिस्तॉफ लिश्टेनबर्ग, जर्मन भौतिकशास्त्री
(५) सन १७८८ ईसवी - ज्याँ-व्हि्टर पाँसेले, फ्रेंच गणितज्ञ
(६) सन १८६७ ईसवी - ज़हे अल मसूद, संत 
(७) सन १९०६ ईसवी - एस्टे लॉडर, अमेरिकन उद्योगपती
(८) सन १९१३ ईसवी - वसंतराव नाईक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री
(९) सन १९२१ ईसवी - सेरेत्से खामा, बोत्स्वाना के प्रथम राष्ट्रपति
(१०) सन १९२७ ईसवी - चन्द्रशेखर - भारत के नवें प्रधानमंत्री
(११) सन १९३८ ईसवी - पंडित हरिप्रसाद चौरसिया, भारतीय बाँसुरीवादक
(१२ सन १९५१ ईसवी - फ्रेड श्नायडर, अमेरिकन संगीतकार
(१३) सन १९६१ ईसवी - कल्पना चावला, भारतीय-अमेरिकन अंतरिक्षयात्री
१४) सन १९६१ ईसवी - डायेना, वेल्स राजकुमारी
१ जुलाई को कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:
(१) सन १९७१ईसवी  - सर विल्यम लॉरेन्स ब्रॅग, ऑस्ट्रेलियन-ब्रिटिश भौतिकशास्त्री
(२) सन १९९४ ईसवी - राजाभाऊ नातू, (मराठी रंगकर्मी)
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२ जुलाई का ऐतिहासिक महत्त्व --
२ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १८३वॉ (लीप वर्ष मे १८४वॉ) दिन है। साल मे अभी और १८२दिन बाकी है।
२ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) २ जुलाई सन १८८९ ईसवी को ब्राज़ील में एक शांत विद्रोह के बाद राजशाही शासन व्यवस्था का समापना और लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था की स्थापना हूई।
(२) २ जुलाई सन १९६१ को अमरीका के सन १९५४ में साहित्य का नोबल पुरुस्कार प्राप्त विख्यात लेखक अर्नेस्ट हेमिंग्वे का निधन हुआ। वे सन १८९९ में जन्में और कुछ समय तक ब्रिटेन और फ़्रांस में पत्रकारिता की।
(३) २ जुलाई सन १९७६ ईसवी को उत्तरी और दक्षिणी वियतनाम एक बार फिर आपस में मिलकर एक देश में परिवर्तित हो गये और हनोई नगर इस देश की राजधानी घोषित किया गया। 
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३ जुलाई का ऐतिहासिक महत्त्व --
३ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १८४वॉ (लीप वर्ष मे १८५वॉ) दिन है। साल मे अभी और १८१दिन बाकी है।
३ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) ३ जुलाई सन १७५१ ईसवी को स्वेडन के रसायनशास्त्री और खदान विशेषज्ञ फ्रेडरिक क्रोन्स्टलर निकेल नामक धातु का पता लगाने में सफल हुए। लम्बे समय के निरंतर शोधर्काय और प्रयोग के बाद उन्होंने इस महत्वपूर्ण धातु का पता लगाया। यह धातु इस समय औद्योगिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। अपने अधिक टिकाउपन के कारण यह विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में प्रयोग होती है।
(२) ३ जुलाई सन १८८३ ईसवी को चेक गणराज्य के विख्यात लेखक फ्रैन्टस कैफ़का पैदा हुए। उन्हें बड़े लेखों की रचानाओं का अध्ययन करने में बड़ी रुचि थी। और फिर धीरे धीरे वे स्वयं भी लिखने लगे। चुँकि उनका बचपन कठिनाइयों में बीता इस लिए वे संसार को बड़ी ही निराक्षा के साथ देखते थे। वे सारी वस्तुओं को निराशा करने वाली और व्यर्थ समझते थे। उनकी यह विशेषता उनकी रचनओं में स्पष्ट रुप से देखी जा सकती है। सन १९२४ में टीबी के रोग में कैफ़का का निधन हुआ।
(३) ३ जुलाई सन १९०४ ईसवी को अंतर्राषट्रीय ज़ायोनिज़्म के संस्थापक थ्योडर हर्टज़ल का निधन हुआ। वे सन १८६० ईसवी में हंग्री की राजधानी बुडापेस्ट में जन्मे और कुछ समय के बाद ऑस्ट्रिया चले गये। यहॉ उनके मन में यहूदियों को एक अलग देश में एकत्रित करने के विचार ने ज़ोर पकड़ा।
(४) ३ जुलाई सन १९२२ ईसवी - कॉर्निल्ल के नाम से मशहूर गिलोम कोर्नलिस वैन बिवरलू चित्रकार,का जन्म हुआ |
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४ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १८५वॉ (लीप वर्ष मे १८६वॉ) दिन है। साल मे अभी और १८० दिन बाकी है।
४ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) ४ जुलाई सन १७७६ ईसवी को अमरीका के तत्कालीन १३ राज्यों के प्रतिनिधियों ने फिलाडेल्फिया नगर में इस देश की स्वतंत्र के घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किये।
(२) ४ जुलाई सन १८४८ ईसवी को फ्रांसवा शाटोब्रेयां नामक फ़्रांसीसी शायर का निधन हुआ। वे सन १७६८ ईसवी में जन्में और शिक्षा प्राप्ति के बाद कुछ यमय अमरीका और कुछ समय ब्रिटेन में बिताया वे फ़्रांस की क्रान्ति और नेपोलियन बोनापार्ट के समर्थकों में नही थे उन्होंने फ़्रांसीसी साहीत्य की सराहनीय सेवा की है।
(३) ४ जूलाई सन १९४६ ईसवी को द्वीप समूह फिलीपीन को अमरिका से स्वतंत्रता मिली। स्पेन की सरकार के पिटठु पुर्तग़ाली खोजकर्ता माज़लान ने १५२१ ईसवी में पहले योरोपीय के रुप में इस भूमि पर क़दम रखा।
 ४ जूलाई को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:
(१) १८९८ - गुलज़ारीलाल नन्दा - भारत के भूतपूर्व कार्यकारी प्राधानमंत्री
(२) १९६२ - पाम श्राइवर - टेनिस खिलाड़ी
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५ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १८६वॉ (लीप वर्ष मे १८७वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७९ दिन बाकी है।
५ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) ५ जुलाई सन १८११ ईसवी को वेनेज़ोएला देश को स्वंतंत्रता मिलीं और प्रतिवर्ष आज के इस देश में इस देश में स्वतंत्रता का उत्सव मनाया जाता है। १६वीं ईसवी शताब्दी के आरंभ से लेकर तीन शताब्दियों तक यह देश स्पेन के अधिकार में रहा।
(२) ५ जुलाई सन १९६२ ईसवी को अलजीरिया की जनता ने फ़्रांसीसी अतिग्रहणकारियों से वर्षो तक संघर्ष करने और दस लाख शहीदों की भेंट चढ़ाने के बाद स्वतंत्रता प्रापत की।
(३) ५ जुलाई सन १९७७ ईसवी को पाकिस्तान में जनरल मोहम्मद ज़ियाउल हक़ ने देश की संकटमयी परिस्थितयों से लाभ उठाकर एक रक्तरंजित विद्रोह किया और जुलफ़ेक़ार अली भुटटो की सरकार को गिरा दिया।
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६ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १८७वॉ (लीप वर्ष मे १८८वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७८ दिन बाकी है।
६ जुलाईका ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) ६ जुलाई सन १२६५ ईसवी को इटली के वरिष्ठ शायर डान्टे ऐलीगरी का फलोरांस नगर में जन्म हुआ। उन्होंने साहित्य के अलावा राजनीति में भी दक्षता प्राप्त थी।
(२) ६ जुलाई सन १८३७ ईसवी - रामकृष्ण गोपाल भंडारकर, समाजसुधारक का जन्म हुआ |
(३) ६ जुलाई सन १८८५ ईसवी को हाईड्रोफ़ोबिक अर्थात जलातंक की बीमारी का टीका खोज लिया गया। फ़्रांस के वैज्ञानिक लुई पास्चर ने इस टीके का आज के दिन सफल परीक्षण किया।
(४) ६ जुलाई सन १९४४ ईसवी - महात्मागांधी को पहली बार नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने राष्ट्रपिता कहा।
(५) ६ जुलाई सन १९६२ ईसवी को अमरीकी लेखक विलियम फाल्कनर का निधन हुआ। वे सन १८९७ ईसवी में जन्मे थे ।
(६) ६ जुलाई सन १९६४ ईसवी को अफ़्रीका महाद्वीप का देश मालावी ब्रिटेन से आजाद हुआ और आज के दिन को इस देश का राष्ट्रीय दिवस घोषित किया गया।
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७ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १८८वॉ (लीप वर्ष मे १८९वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७७ दिन बाकी है।
७ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) ७ जुलाई सन १५६७ ईसवी में योरोपीयों ने सोलोमन द्वीप समूह की खोज की।
(२) ७ जुलाई स १८९८ ईसवी को आज़ेन्शटाइन नामक रुसी फिल्म निर्देशक का जन्म हुआ। उन्होंने सन १९२४ ईसवी में पहली फिल्म का निर्देशन किया जिसके नाम का हिंदी अनुवाद हड़ताल है।
(३) ७ जुलाई सन १९२६ ईसवी को ब्रिटेन के पूर्वी मामलों के विशेषज्ञ एडवर्ड ब्राउन का निधन हुआ। वे सन १८६२ ईसवी में जन्में ओर कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में उन्होंने पूर्वी देशों की भाषाओं की शिक्षा दी।
(४) ७जुलाई सन १९७८ ईसवी को ऑस्तृलिया महाद्वीप के पूर्वोत्तरी द्वीपसमूह सोलोमन को स्वतंत्रता मिली।
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८ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १८९वॉ (लीप वर्ष मे १९०वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७६ दिन बाकी है।
८ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) ८ जुलाई सन १०९९ - प्रथम क्रुसेड: भूख से पीड़ित १५,००० ईसाई सैनिकों ने एक धार्मिक जुलूस में यरुशलम की ओर कूच किया।
(२) ८ जुलाई सन १२८३ - सिसिलीयाई वेस्पर का युद्ध; माल्टा की लड़ाई।
(३) ८ जुलाई सन १४९७ - वास्को द गामा ने यूरोप से भारत की प्रथम जलयात्रा आरंभ की।
(४) ८ जुलाई सन १८०७ ईसवी -रूस के टिलसिट नामक क्षेत्र में इस देश के शासक ज़ार एलेग्ज़न्डर प्रथम और फ़्रांस के तानाशाह नेपोलियन बोनापार्ट के बीच इसी क्षेत्र के नाम के एक समझौते पर हस्ताक्षर हए।
(५) ८ जुलाई सन १८५८- ग्वालियर के किले के पतन के बाद लॉर्ड केनिंग ने सांति की घोषणा की थी।
(६) ८ जुलाई सन १८८९- बॉल स्ट्रीट पत्रिका का प्रकाशन आरंभ हुआ।
(७) ८ जुलाई सन १९१८- भारतीय संविधान में सुधार के लिए मांटेग्यु चेम्सफोर्ड रपट प्रकाशित की गई।
(८) ८ जुलाई सन १९४८- संयुक्त राज्य अमेरिका में वायु सेना में पहली महिला नियुक्त हुई।
(९) ८ जुलाई सन १९५४- सतलज नदी पर निर्मित भाखड़ा नांगल पनबिजली परियोजना पर बनी सबसे बड़ी नहर का प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने उद्घाटन किया था।
(१०) ८ जुलाई सन १९७५-  म्यामाँ के बगाँ में आए भूकंप में हजारों मंदिर ध्वस्त हो गए तथा भारी जानमाल की छति हुई।
(११) ८ जुलाईसन १९९६ -अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए युद्ध के दौरान परमाणु हथियारों की धमकी को गैर कानूनी ठहराया।
८ जूलाई को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:
(१)सन १५२८ - इमेनुएल फ़िलिबर्ट, सैवोय का ड्यूक (मृत्यु १५८०)
(२)सन १५४५ - स्पेन का डॉन कार्लोस (मृत्यु १५६८)
(३)सन १५९३ - आर्टीमिसिया जेन्टिलीस्कि, इतालवी चित्रकार (मृत्यु १६५३)
(४)सन १६२१ - ज़ीन दि ला फ़ोन्टेन, फ़्रांसीसी लेखक (मृत्यु १६९५)
(५)सन १७६० - किस्चन क्रैम्प, फ़्रांसीसी गणितज्ञ (१८२६)
(६)सन १७६६ - डोमिनीक ज़ीन लैरी, फ़्रांसीसी शल्य-चिकित्सक (मृत्यु १८४२)
(७)सन १७९२ - सैक्से-हिल्डबर्घाउसन की थेरेसी, बावारिया की महारानी (मृत्यु १८५४)
(८)सन १८१९ - फ़्रांसिस लियोपोल्ड मैक्क्लिंटोक, ब्रिटिश नोसैनिक अधिकारी और खोजकर्ता (मृत्यु १९०७)
(९)सन १८३० - फ़्रेड्रिक विलियम सीवार्ड, अमेरिकी सहायक सचिव (मृत्यु १९१५)
(१०)सन १८३० - ऐलेक्ज़ेन्ड्रा आयोसिफ़ोव्ना, ऐल्टनबर्ग की ग्रांड ड्यूचेस (मृत्यु १९११)
(११)सन १८३६ - जोसफ़ चैम्बरलैन, अंग्रेज़ राजनीतिज्ञ (मृत्यु १९१४)
(१२)सन १८३८ - फ़र्डिनेंड वोन ज़ेपेलिन, जर्मन आविष्कारक (मृत्यु १९१७)
(१३)सन १८३९ - जॉन डी रॉकेफ़ैलर, अमेरिकी उद्योगपति और लोकोपकारक (१९३७)
(१४)सन १८५१ - ऑर्थर ईवान्स, अंग्रेज़ पुरातत्त्वज्ञ (मृत्यु १९४१)
(१५)सन १८५७ - ऐल्फ़्रेड बिनेट, फ़्रांसीसी मनोवैज्ञानिक (मृत्यु १९११)
(१६)सन १८६७ - कॉथे कोल्वित्ज़, जर्मन कलाकार (मृत्यु १९४५)
(१७)सन १८७८ - जिमी क्विन, स्कॉटिश फुटबॉलर (मृत्यु १९४५)
(१८)सन १८८२ - पेर्सी ग्रैंजर, ऑस्ट्रेलियाई संगीतकार (मृत्यु १९६१)
(१९)सन १८८५ - अर्नस्ट ब्लोक, जर्मन दार्शनिक (मृत्यु १९७७)
(२०)सन १८९२ - रिचर्ड ऐल्डिंग्टन, अंग्रेज़ कवि (मृत्यु १९६२)
(२१)सन १८९२ - पावेल कोरिन, रूसी चित्रकार (मृत्यु १९६७)
(२२)सन १८९५ - इगोर टाम, रूसी भौतिक विज्ञानी, नोबेल पुरस्कार विजेता (मृत्यु १९७१)
(२३)सन १८९८ - मेलविल उइक्क, अमेरिकी अभिनेता (मृत्यु १९७२)
(२४)सन १९१४ - ज्योति बसु, भारतीय मार्क्सवादी राजनितिज्ञ (पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री)
(२५)सन १९५८ - कैविन बीकन , अमेरिकी अभिनेता
(२६)सन १९५८ - नीतु सिंह, हिंदी चलचित्र अभिनेत्री, (काला पत्थर) (दीवार)
(२७)सन १९७२ - सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट टीम कप्तान
८ जुलाई को कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:
(१)सन ८१० - पेपिन, इटली का राजा (जन्म ७७३)
(२)सन ९०१ - संत ग्रिम्बाल्ड
(३)सन ९७५ - इंग्लैंड का राजा ऐड्गार
(४)सन ११५३ - पोप युजीन तृतीय
(५)सन १५३८ - डिऐगो डि एल्माग्रो, स्पेनी खोजकर्ता (जन्म १४७५)
(६)सन १६२३ - पोप ग्रिगोरि पंद्रहवां (जन्म १५५४)
(७) सन १६८९ - एड्वर्ड वूस्टर, अंग्रेज कनेक्टिकट अग्रगामी (जन्म १६२२)
(८)सन १६९५ - क्रिस्चियन ह्यूजीन्स, डच वैज्ञानिक (जन्म १६२९)
(९)सन १७१६ - रॉबर्ट साउथ, अंग्रेज़ गिरिजाघर पादरी (जन्म १६३४)
(१०)सन १७२१ - ईलिहु येल, अमेरिकी येल विश्वविद्यालय दानकर्ता
(११)सन १७२६ - जॉन केर, स्कॉटिश जासूस (जन्म १६७३)
(१२)सन १७८४ - टॉर्बर्न बर्जमैन, स्वीडिश रसायनज्ञ (जन्म १७३५)
(१३)सन १८२२ - पेर्सी बाय्स्शी शैली, अंग्रेज़ कवि (जन्म १७९२)
(१४)सन १८२६ - लूथर मार्टिन, अमेरिकी राजनेता (जन्म १७४८)
(१५)सन १८५० - राजकुमार अडोल्फस, कैम्ब्रिज के प्रथम ड्यूक (जन्म १७७४)
(१६)सन १८५५ - सर विलियम एड्वर्ड पैरी, अंग्रेज़ आर्कटिक खोजी (जन्म १७९०)
(१७)सन १८५९ - नार्वे और स्वीडन के राजा ऑस्कर प्रथम (जन्म १७९९)
(१८)सन १८९५ - जोहान जोसेफ़ लौशमिड, ऑस्ट्रियाई वैज्ञानिक (जन्म १८२१)
(१९)सन १९७९ - एलिज़ाबेथ रायन - अमेरिका की महिला टेनिस खिलाड़ी जिन्होंने ३० युगल ग्रैंड स्लैम खिताब जीते
(२०) सन १९९४ ईसवी -उत्तरी कोरिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और इस देश की कम्युनिष्ट पार्टी के महासचिव किम इल सांग (जन्म सन १९१२ ईसवी )
(२१)सन २००७ - चन्द्रशेखर - भारत के नवें प्रधानमंत्री
(२२) सन १९६७ - फातिमा जिन्ना, मुहम्मद अली जिन्ना की बहन
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९ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १९०वॉ (लीप वर्ष मे १९१वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७५ दिन बाकी है।
९ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) ९ जुलाई सन १८१६ ईसवी - अर्जेनटाइना को स्वतंत्रता मिली । १६ वीं ईसवी शताब्दी को आरंभ में यह देश स्पेन का उपनिवेश बना।
(२) ९ जुलाई सन १९४८ ईसवी - एक महीने के संघर्ष विराम के बाद अरबों और जायोनी शासन के बीच दोबारा युद्ध आरंभ हो गया यह युद्ध मई सम १९४८ में अतिग्रहणकारी जायोनी शासन की स्थापना के बाद से आरंभ हुआ था और जून के महीने में संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद की मांग पर दोनो पक्षों के बीच संघर्ष विराम हुआ।
(३) ९ जुलाई सन १९७२ ईसवी - फिलिस्तीनी लेखक ग़स्सान कनआनी और उनके भतीजे को ज़ायोनी शासन की भयानक जासूसी संस्था मोसाड के तत्वों ने शहीद कर दिया। श्री कनआनी, जो ज़ायोनी शासन के विरुद्ध व्यापक संघर्ष में भी शामिल थे, उस समय शहीद हो गये जब लेबनान की राजधानी बैरुत में मोसाड द्वारा उनकी गाड़ी में रखा गया।
(४) ९ जुलाई सन २००२ ईसवी को अफ़्रीक़ी देशों के राष्ट्राध्यक्षों की सहमति से अफ़्रीक़ी संघ ने अफ़्रीक़ा एकता संगठन का स्थान लिया। यह संगठन सन १९६३ में बनाया गया था। इसका उददेश्य अफ़्रीक़ी देशों के बीच मतभेदो को दूर करना और उनकी समस्याओं का समाधान करना था।
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१० जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १९१वॉ (लीप वर्ष मे १९२वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७४  दिन बाकी है।
१० जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) १० जुलाई सन ८७४ ईसवी को उत्तरी योरोप के आइसलैंड द्वीप की खोज हुई, नार्वे के शिकारियों ने इस द्वीप की खोज की थी। वर्ष १२६१ में इस द्वीप पर नार्वे का अधिकार हो गया और एक शताब्दी बाद डेनमार्क ने नार्वे और आइसलैंड दोनों पर क़ब्ज़ा कर लिया।
(२) १० जुलाई सन १७४१ ईसवी को डेनमार्क के विटस ब्रिंग नामक खोजकर्ता ने अलास्का क्षेत्र का पता लगाया। वे अपने बादबानी जहाज़ से रुस जा रहे थे कि उन्होंने अस्का क्षेत्र को देखा जो कैनेडा के पश्चिमोत्तर में स्थित है। यह तेल सम्पन्न देश १८६७ ईसवी तक रुस के जार शासक के अधिकार में रहा किंतु इस वर्ष ज़ार शासन ने अलास्का को ७ मिलयन डॉली में अमरीका के हाथ बेच दिया। और अब अलास्का अमरीका का ४९वां राज्य है।
(३) १० जुलाई सन १९३१ ईसवी को पहली महिला विमान चालक ने संसार का चक्कर लगाने के लिए उड़ान आरंभ की। यह महिला जर्मनी की रहने वाली थी उसका नाम बायनहोज़न था। उसने २७५ घंटे में हवाई जहाज़ से ३१ हज़ार किलोमीटर की दूरी तय की। इसके बाद उसने और बड़ी यात्रा का आरंभ किया किंतु इस यात्रा के दौरान वो लापता हो गयी और उसके बारे में कूछ पता नहीं चल सका है।
(४) १० जुलाई सन १९४० ईसवी को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान फ़्रांस के तत्कालीन प्रधान मंत्री और वरिष्ठ सेनाधिकारी माईल हेनरी पैटन ने जर्मनी से अपने देश की पराजय के बाद सत्ता अपने हाथ में ले ली।
(५) १० जुलाई सन १९७३ ईसवी को केंद्रीय अमरीका महाद्वीप के बाहमास द्वीप समूह को ब्रिटेन से स्वतंत्रता मिली आज के दिन को इस देश में राष्ट्रीय दिवस के रुप में मनाया जाता है।
१० जूलाई को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:
(१)सन १९४३ - आर्थर ऐश - प्रसिद्ध अफ्रीकी अमरीकी टेनिस खिलाड़ी (निधन 1993)
(२) सन १९४५ - वर्जीनिया वेड - संयुक्त राजशाही की टेनिस खिलाड़ी
(३) सन १९५६ - आलोक नाथ -हिंदी फ़िल्मी कलाकार 
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११ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १९२वॉ (लीप वर्ष मे १९३वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७३ दिन बाकी है।
११ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) ११ जुलाई सन १९२१ ईसवी को मंगोलिया ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा कि। मंगोलिया का इतिहास बड़ा पुराना है। मंगोल लड़ाका सरदार चंगेज़ ख़ान ने १३वीं शताब्दी ईसवी के आरंभ से इसी देश से सीमा विस्तार का अपना अभियान आरंभ किया और पूर्वी यूरोप तक बढ़ता चला गया।
(२) ११ जुलाई सन १९२२ - हॉलीवुड बाउल की शुरुआत।
(३) ११ जुलाई सन १९८७ ईसवी को संसार की जनसंख्या पांच अरब के आंकड़े तक पहुँची। संसार के पांच अरबवें बच्चे का जन्म योगोस्लाविया में हुआ जिसका नाम मैटिज़ गैस्पर रखा गया।
(४) ग्यारह जुलाई सन १९६७ ईसवी को अमरीकी राष्ट्रपति जॉन क्वेन्सी एडम्ज़ का जन्म हुआ।
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१२ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १९३वॉ (लीप वर्ष मे १९४वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७२ दिन बाकी है।
१२ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१)  १२ जुलाई सन ७११ ईसवी को मुसलमान सेना पति तारिक़ बिन ज़ियाद भारी सेना के साथ स्पेन में प्रवाष्टि हुए।
(२) १२ जुलाई सन १२३३ ईसवी को मिस्र में इसकंददिया बंदरगाह को सलीबी सेना की युद्धक नौकाओं ने घेर लिया। उस समय सलीबी युद्ध काल के विख्यात मुस्लिम सेनापति सलाहुद्दीन अय्यूबी इसकंदरिया के शासक थे |
(३) १२ जुलाई सन १९४६ ईसवी को अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन के बैतुल मुक़द्दस नगर में स्थित मलिक दाऊद होटल को आतंकवादी ज़ायोनी गुट
एयरगोन ने विस्फोट से उड़ा दिया।
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१३ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १९४वॉ (लीप वर्ष मे १९५वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७१ दिन बाकी है।
१३ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) १३ जुलाई सन ६४ ईसवी को रोम में भयानक आग लगी। चूँकि उस समय अधिकतर इमारतें लकड़ी की बनी होती थीं अत: देखते ही देखते ऐतिहासिक नगर रोम का अधिकाश भाग राख के ढेर में बदल गया और भारी संख्या में लोग मारे गये।
(२) १३ जुलाई सन १७७१ ईसवी को ब्रिटेन के विख्यात नाविक जेम्ज़ कुक की पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध की ऐतिहासिक खोज-यात्रा तीन वर्ष के बाद समाप्त हुई। यह लम्बी यात्रा, जिसमें वैझानिकों का एक दल दक्षिणी गोलार्ध की वनस्पतियों, जीव जन्तुओं और निवासियों के बारे में और एक अन्य दल अंतरिक्ष ग्रहों के बारे में जानकारी के लिए प्रयासरत था, २६ जुलाई सन १७६८ ईसवी को आरंभ हुई।
(३) १३ जुलाई सन १७७२- कैप्टन जेम्स कुक ने दक्षिणी सागर की दूसरी यात्रा शुरु की।
(४) १३ जुलाई सन १८०३- राजा राम मोहन राय और अलैकजेंडर डफ ने पांच छात्रों के साथ स्कॉटिश चर्च कॉलेज शुरु किया था।
(५) १३ जुलाई सन १८८२- रूस में चेरनी के निकट हुई रेल दुर्घटना में 200 लोगों की मृत्यु हो गई।
(६) १३ जुलाई सन १८८७- स्कॉटलैंड में दूसरा रेल पुल शुरु हुआ जिसका प्रयोग आज भी जारी है।
(७) १३ जुलाई सन १८९७- मारकोनी ने बेतार संदेश के लिए अमेरिकी पेटेंट हासिल किया।
(८) १३ जुलाई सन १९०५- कलकत्ता के साप्ताहिक समाचार पत्र संजीवनी ने ब्रिटिस सामानों के बहिष्कार का सर्वप्रथम सुझाव दिया था।
(९) १३ जुलाई सन १९०८- लंदन में चौथा आधुनिक ओलंपिक खेल शुरु हुआ।
(१०) १३ जुलाई सन १९२२- ऐंकर ज़ॉरजेंसन, डेनमार्की राजनितिज्ञ का जन्मदिन |
(११) १३ जुलाई सन १९२९- क्रांतिकारी जतिंद्रनाथ ने अपनी ऐतिहासिक भूख हड़ताल शुरु की।
(१२) १३ जुलाई सन १९४५- मैक्सिको मरुस्थल में पहला परमाणु बम परिक्षण के लिए लाया गया।
(१३) १३ जुलाई सन १९७७- भारत सरकार ने भारत रत्न सहित अन्य नागरिक सम्मानों को वापस लेने की घोषणा की थी।
(१४) १३ जुलाई सन २०११- मुंबई में बम धमाके ने देश को दहला दिया, धमाकों में 20 से ज्यादा लोगों की मौत और 200 से ज्यादा लोगों के जख्मी हुए |
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१४ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १९५वॉ (लीप वर्ष मे १९६वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७० दिन बाकी है।
१४ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) १४ जुलाई सन १७८९ ईसवी - फ़्रांस की कान्ति के दौरान बास्टिल के ऐतिहासिक जेल पर पेरिस की जनता ने अधिकार करके उसके बड़े भाग को तबाह कर दिया। यह इमारत सन १३६९ ईसवी में सैनिक प्रयोग के लिए बनाई गयी थी और कुछ समय तक इसे सैनिक दुर्ग के रुप में प्रयोग किया गया।
(२) १४ जुलाई सन १८६१ ईसवी - कॉट लिंग नामक अमरीकी व्यक्ति ने अतीत के अविष्कारों के अनुभवों और अनुसंधानों का प्रयोंग करके मशीन गन नामक हथियार बनाया। पहले यह हथियार स्वचलित नहीं था, उसमें लगे एक दस्ते को घुमाने से फ़ायर होता था किंतु बाद में विकसित हुआ और अब यह हथियार स्वचलित हो गया है।
(३) १४ जुलाई सन १९५८ ईसवी - इराक़ में जनरल अनरल अब्दुल करीम के विद्रोह के बाद राजशाही व्यवस्था का अंत और प्रजातंत्र की स्थापना हुई। इस विद्रोह में इराक़ नरेश फैसल द्वितीय उनके उत्तराधिकारी शाहज़ादा अब्दुल्ला और प्रधान मंत्री नूरी सईद मारे गये।
(४) १४ जुलाई सन २०११ ईसवी -इंडोनेशिया में माउंट लोकोन ज्वालामुखी फटने से करीब पांच हजार फीट की ऊंचाई तक गर्म लावा निकला।
(५) १४ जुलाई सन २०११ ईसवी -भारत की जनगणना के अनुसार 121 करोड़में से 69 प्रतिशत (83 करोड़) लोग गांवों में रह रहे हैं।
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१५ जुलाई कैलंडर (२०११) के अनुसार वर्ष का १९६वॉ (लीप वर्ष मे १९७वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६९ दिन बाकी है।
१५ जुलाई का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:-
(१) १५ जूलाई सन १५८८ -इगिलिश चेनल में ब्रिटिश नव सेना और स्पेन की नव सेना के मध्य युद्ध छिड़ गया। स्पेन का युद्ध पोत अजेय माना जाता था। इस युद्ध में स्पेन के १३५ बड़े युद्ध पोतों ने स्कॉटलेंड की रानी मेरी स्टीवर्ट की हत्या का प्रतिशोध लेने के लिए ब्रिटेन पर आक्रमर्ण किया था। किन्तु तीन चक्रवात के कारण ८५ युद्ध पोत डूब गए और स्पेन के अजेय युद्ध पोत को भी पराजय का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद स्पेन की नव सेना कमज़ोर पड़ गई।
(२)१५ जूलाई सन १९२२- नोबेल पुरस्कार विजेता लिओन एम. लेडरमैन, अमेरिकी भौतिक विज्ञानी का जन्म हुआ |
(३)१५ जूलाई सन २०११- भारत ने एक ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) द्वारा आधुनिक संचार उपग्रह जीसैट-12 को अंतरिक्ष कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया।
(४)१५ जूलाई सन २०११-टाटा समूह ने नैनो के बाद 32 हज़ार रुपए में घर देने की घोषणा की।(http://www.bbc.co.uk/hindi/news/2011/07/110716_tata_housing_rj.shtml)
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मित्रों,
यदि आपको भी जुलाई माह की ०१ से १५ तक विभिन्न तिथियों का ऐतिहासिक महत्त्व इसी प्रकार ऐतिहासिक महत्व के सन्दर्भ में कुछ ज्ञात हो तो आप भी हमारा ज्ञानवर्द्धन अवश्य करें....
इतिहास की संपूर्णता असाध्य सी है, फिर भी यदि हमारा अनुभव और ज्ञान प्रचुर हो, ऐतिहासिक सामग्री की जाँच-पड़ताल को हमारी कला तर्कप्रतिष्ठत हो तथा कल्पना संयत और विकसित हो तो अतीत का हमारा चित्र अधिक मानवीय और प्रामाणिक हो सकता है। सारांश यह है कि इतिहास की रचना में पर्याप्त सामग्री, वैज्ञानिक ढंग से उसकी जाँच, उससे प्राप्त ज्ञान का महत्व समझने के विवेक के साथ ही साथ ऐतिहासक कल्पना की शक्ति तथा सजीव चित्रण की क्षमता की आवश्यकता है । स्मरण रखना चाहिए कि इतिहास न तो साधारण परिभाषा के अनुसार विज्ञान है और न केवल काल्पनिक दर्शन अथवा साहित्यिक रचना है । इन सबके यथोचित संमिश्रण से इतिहास का स्वरूप रचा जाता है ।
'जय हिंद,जय हिंद'