सोमवार, 14 नवंबर 2011

'आज का इतिहास, नवम-भाग'



'१ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
१ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०५वॉ (लीप वर्ष मे ३०६वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ६० दिन बाकी है।
१ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १८२१- पनामा का क्षेत्र स्पेन के वर्चस्व से स्वतंत्र होकर कोलम्बिया से जुड़ गया, सन् १५०१ ईसवी से इस क्षेत्र पर स्पेन का अधिकार था जब यहॉ सोने की खदानों का पता चला तो अमरीकी भी इस क्षेत्र की लूटमार के लिए टूट पड़े और यह क्षेत्र स्पेन के अधिकार से स्वतंत्र हुआ। सन् १९०३ ईसवी में पनामा की जनता का संघर्ष सफल हुआ और यह देश पूर्ण रुप से स्वतंत्र हो गया पनामा गणराज्य अमरीकी महाद्वीप में स्थित है इसका क्षेत्रफल सतहत्तर हज़ार ८२ वर्गकिलोमिटर है।
(२) सन् १९१८- ऑस्ट्रिया हंग्री साम्रज्य प्रथम विश्व युद्ध में पराजय का मुह देखने के बाद टूट गया। १९वीं शताब्दी के दौरान तथा बीसवीं शताब्दी के आरंभ तक यह साम्राज्य योरोप की बड़ी शक्तियों में गिना जाता था किंतु प्रथम विश्व युद्ध में पराजित होने के बाद यह दो देशों ऑस्ट्रिया और हंग्री में विभाजित हो गया। यह दोनों देश मध्य योरोप में स्थत हैं।
(३) सन् १९२२- ओटोमन साम्राज्य का अंत कर दिया गया। उसके सुल्तान महमूद छः को बहिष्कृत कर दिया गया।
(४) सन् १९२२- यूनाइटेड किंगडम में १०(दस) शिल्लिंग्स का प्रसारण लाइसेंस शुल्क लगाया गया।
(५) सन् १९२३- फिनिश ध्वज वाहक फिनेयर वायुसेवा एयरो ओय में शुरू हो गया।
(६) सन् १९५४- अलजीरिया में अहमद बिन बिला के नेतृत्व में अलजीरिया मुक्ति मोर्चों के अस्तित्व में आने के साथ ही स्वतंत्रता प्रेमी संघर्ष आरंभ हो गया। बीसवीं शताब्दी के आरंभ में यह देश फ़्रांस स्वतंत्रता प्रेमी संघर्ष आरंभ हो गया। बीसवीं शताब्दी के आरंभ में यह देश फ़्रांस के पूर्ण अधिकार में चला गया और इस दौरान अलजीरिया की जनता का स्वतंत्रता संघर्ष भी जारी रहा किंतु यह संघर्ष संगठित न था। अंतत: १३२ वर्ष के साम्राज्यवादी शासन के बाद फ़्रांस सन् १९६२ में अलजीरिया से बाहर निकलने पर विवश हुआ। इसके बाद अहमद बिन बिला अलजीरिया के राष्ट्रपति बने किंतु सन् १९६५ में तत्कालीन रक्षा मंत्री बोम्दीन ने विद्रोह करके सत्ता अपने हाथ में ले ली।

१ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-

(१) सन् १९५७- लीले लोवेट, एक अमेरिकी गायक, गीतकार और अभिनेता है |

(२) सन् १९६०- फर्नांडो वालेनज़ुएला, सन् १९८० के दशक में मेक्सिको की बेसबॉल-टीम का एक डॉजर्स मुख्य खिलाड़ी के रूप में चयन किया गया था, सन् १९८६ में २१ खेल जीते  और वह सन् १९८८ के दौरान घायल हो गया था |
सन् 2003 के बाद से, फर्नांडो वालेनज़ुएला ने एक स्पेनिश भाषा रंग टीकाकार दोद्गेर्स के लिए काम किया है  |
(३) सन् १९७२- जेनिफर एन "जेनी" मैककार्थी; एक अमेरिकी मॉडल, हास्य अभिनेता, अभिनेत्री, लेखक, कार्यकर्ता और गेम शो के मेजबान है |
(४) सन् १९७३- ऐश्वर्या राय, ऐश के नाम से भी मशहूर, भारतीय सिनेमा की एक प्रमुख अभिनेत्री हैं। सन् १९९४ में मिस इंडिया प्रतियोगिता की उपविजेता रहने के बाद उसी साल उन्होंने विश्व सुन्दरी प्रतियोगिता जीती थी। ऐश्वर्या राय ने हिन्दी के अलावा तेलगू, तमिल, बंगाली और अंग्रेजी फिल्मो मे भी काम किया है । जूनियर-बी यानी कि अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय की शादी सन् २००७ में हुई ।
(५) सन् १९७३- रूबी भाटिया |
(६) सन् १९८१- ला तविया रोबेर्सन |
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'२ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'

२ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०६वॉ (लीप वर्ष मे ३०७वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ५९ दिन बाकी है।
२ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १९१६- मक्का और मदीना नगर के शासक शरीफ़ हुसैन ने स्वयं को समस्त अरब क्षेत्रों का शासक घोषित कर दिया। उन्होंने इसी वर्ष पांच जून से ब्रिटेन के उकसावे पर उसमानी शासन के विरुद्ध विद्रोह आरंभ किया था। उस समय उसमानी शासन पहले विश्व युद्ध के दौरान संयुक्त देशों से युद्धरत था। ब्रिटेन ने शरीफ़ हुसैन को लालच दी कि युद्ध के बाद उन्हें शासक के रूप में स्वीकार कर लेगा किंतु ब्रिटेन ने अपना वचन पूरा नहीं किया बल्कि शरीफ़ हुसैन के बजाए सऊद परिवार का समर्थन किया किंतु अरब क्षेत्रों में अपनी छवि को ख़राब होने से बचाने के लिए ब्रिटिश सरकार ने शरीफ़ हुसैन के बेटों को इराक़ और जार्डन का शासन दे दिया जो ब्रिटेन के अधिकार में थे। 
(२) सन् १९१७- बिलफ़ौर घोषणापत्र जारी हुआ। तत्कालीन ब्रिटिश विदेश मंत्री बिलफ़ौर की ओर से जारी होने वाले इस घोषणा पत्र से अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में ज़ायोनी शासन की स्थापना की भूमि समतल हुई क्योंकि फ़िलिस्तीन उस समय ब्रिटेन के अधिकार में था। यह घोषणापत्र इस बात का संकेत था कि ब्रिटेन अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में ज़ायोनी शासन की स्थापना का पक्षधर है और इसके लिए वह भरपूर प्रयास करेगा। इस घोषणापत्र के जारी होने के ३१ वर्ष बाद वर्ष १९४८ में अमरीका और ब्रिटेन की सहायता से फ़िलिस्तीनियों के अधिकार और उनकी भूमियों को हड़प कर ज़ायोनी शासन ने अपने अस्तित्व की घोषणा कर दी।

(३) सन् १९३६- बीबीसी ने टेलीविजन सेवा शुरु की थी। यह विश्व की पहली नियमित हाई डिफनिशन सेवा थी। उस वक्त इसकी २०० लाइनें थी। सन् १९६४ में इसका नाम बीबीसी वन किया गया। जो आज भी जारी है।
(४) सन् १९४७- हरक्युलिस नामक संसार का सबसे बड़ा और भारी हवाई जहाज, जिसके पंखों की लंबाई ३९० फीट ११ इंच थी, ने अपनी एकमात्र उड़ान भरी। इसके चालक निर्माता और मालिक हाबर्ड ह्यूज थे।

२ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-

(१) सन् १९३४- केन रोसेवाल, ऑस्ट्रेलिया से शौकिया और पेशेवर टेनिस खिलाड़ी, ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस पुरुष एकल चैम्पियनशिप का यंगेस्ट विनर– केन रोसेवाल (18 साल 2 महीने – 1953 में) |

(२) सन् १९३८- पैट बुकानन, लेखक, स्तंभकार, कमेंटेटर, सन् २००० में सुधारवादी आन्दोलन के प्रणेता और  अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए पार्टी के उम्मीदवार |(जन्मस्थान- वाशिंगटन, डीसी)
(३) सन् १९४१- डेव स्टॉकटन, एक अमेरिकी पेशेवर गोल्फ खिलाड़ी  |
(४) सन् १९४२- स्टेफ़नी पॉवर्स,एक अमेरिकी अभिनेत्री, हॉलीवुड की हिट फिल्म 'जेनिफर हार्ट' के रूप में उसकी भूमिका के लिए जाना जाता है |
(५) सन् १९६०- अनु मलिक, हिंदी फिल्म संगीतकार, प्रसिद्ध फिल्में- पूनम, रिफ्यूजी |
(६) सन् १९६५- शाहरुख खान, हिंदी फिल्म अभिनेता, प्रमुख फिल्में- कभी हाँ कभी ना, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएँगें, वीरजारा, चक दे इंडिया, ओम शांति ओम |

२ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१) सन् २००३- अल्बर्ट अर्नेस्ट क्लिफर्ड "क्लिफ" यंग, इकसठ वर्ष की उम्र में ८०० किलोमीटर की अल्ट्रामैराथन दौड़ जीतने वाले ऑस्ट्रेलिया के धावक (जन्म- ८ फरवरी, सन् १९२२)
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'३ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
३ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०७वॉ (लीप वर्ष मे ३०८वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ५८ दिन बाकी है।
३ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १८१४- योरोपीय देशों के प्रमुखों की सम्मिति से वियना कॉन्फ़्रेन्स का आयोजन हुआ। वियना आस्ट्रिया की राजधानी है यह सम्मेलन फ़्रांस के शासके नेपोलियन बोनापार्ट की पराजय केपश्चात योरोप केमानचित्र को पुन: तैयार करने हेतु आयोजित किया गया था।
(२) सन् १८४०- चीन की असैनिक नौकाओ पर ब्रिटेन केयुद्धपोतों के आक्रमण के साथ ही अफ़ीम युद्ध का आरंभ हुआ। इस युद्ध का कारण ब्रिटेन द्वारा चीन के मार्ग से अफ़ीम का व्यापार किया जाना था। चीनी सरकार ने ब्रिटिश व्यापारियों की अफ़ीम की २० हज़ार पेटियां समुद्र में फेंक दी थीं जिसके परिणाम स्वरूप अफ़ीम युद्ध आरंभ हुआ इसमें चीन का पराजय हुई।

(३) सन् १९०२- पनामा को कोलम्बिया से स्वाधीनता मिली। इस दिन को पनामा में राष्ट्रीय दिवस घोषित किया गया है। पनामा की स्वतंत्रता के बाद पनामा नहर की परियोजना का दायित्व अमरीका को सौंपा गया इस परियोजना की आड़ में अमरीका ने इस देश पर अपना अधिकार जमा लिया।

३ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-

(१) सन् १६१८- मुग़ल बादशाह मुइउद्दिन मुहम्मद औरंगजेब का जन्म दोहद में जो कि उज्जैन के पास है, हुआ था ! यह मुग़ल बादशाह शाहजहाँ का बेटा था जिसने ताजमहल बनवाया था!
(२) सन् १८४४- फ़्रांस के प्रसिद्ध भौतिक शास्त्री एडवर्ड ब्रिन्ली का जन्म हुआ।
(३) सन् १९४९- लैरी होम्स |
(४) सन् १९५२- रोसेंने |
(५) सन् १९५३- डेनिस मिलर |
(६) सन् १९५३- केट काप्शाव |
(७) सन् १९५४- एडम चींटी |
(८) सन् १९५६- फिल सिम्स |

३ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१) सन् १९८१- कलामंडल के संस्थापक-संचालक देवीलाल सामर ।
(२) सन् १९९२- मांड कोकिला पदमश्री अल्लाह जिलाई बाई (१ फरवरी १९०२ में जन्मी अल्लाह जिलाई बाई के पिता का नाम नबीबक्श माता का नाम हज्जन अलीमन था।) 
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'४ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
४ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०८वॉ (लीप वर्ष मे ३०९वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ५७ दिन बाकी है।
४ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १९१८- ऑस्ट्रिया हंग्री साम्राज्य ने ऐसेसमय में कि जब प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति को एक सप्ताह का समय रह गया था संयुक्त सेना के समक्ष हथियार डाल दिए। इस साम्रज्य ने जिसने युद्ध की आग भड़काई जर्मनी का घटक था। इसको प्रथम विश्व युद्ध में एक के बाद दूसरे युद्ध में पराजय का सामना हुआ और वह परिस्थितियों कोस्वीकार करने तथा संयुक्त सेना की विजय के अवसर पर पाडोवार संधि पर हस्ताक्षर करने पर विवश हो गया।प्रथम विश्व युद्ध के बाद यह साम्रज्य टूट गया और ऑस्ट्रिया और हंग्री दो देश बन गए।
(२) सन् १९२४- वायोमिंग की नेली टेलो रॉस संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रथम महिला गवर्नर चुनी गई ।
(३) सन् १९२४- अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव  में रिपब्लिकन कैल्विन कूलिज ने डेमोक्रेट जॉन डब्ल्यू डेविस और प्रगतिशील रॉबर्ट एम. लैफोलेट को हराया ।
(४) सन् १९४६- राष्ट्र संघ की वैज्ञानिक और सांस्कृतिक मामलों की संस्था युनेस्को का ४३ देशों के सहयोग से गठन हुआ। इस संगठन की स्थापना का लक्ष्य राष्ट्रों के मध्य वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संपर्क स्थापित करना तथा विभिन्न भाषाओं में पुस्तकों और पत्रिकाओं का प्रकाशन है ताकि राष्ट्रों के मध्य सांस्कृतिक संबंध प्रगाढ़ हो सकें।युनेस्को के घोषणा पत्र में ध्यान योग्य बिंदु न्याय का आम सम्मान कानून की प्रभुसत्ता तथा मूल स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की रक्षा हैं। युनेस्को का मुख्यालय फ़्रांस की राजधानी पेरिस में है ।
(५) सन् २००८- पंडित भीमसेन गुरुराज जोशी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया, जो कि भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। 'इन्हें भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में सन् १९८५ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।(जन्म:- ०४ फरवरी, १९२२- देहान्त २४ जनवरी, सन् २०११)
(६) सन् २०१०- अमरीका ने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद पर प्रतिबंध लगा दिया |

४ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:- 
(१) सन् १९१९- मार्टिन बालसम, एक अमेरिकी अभिनेता, ऑस्कर जीतने में "अर्नोल्ड बर्न्स" के रूप में भूमिका, एक हजार जोकर और साइको में "जासूस मिल्टन अर्बोगास्त" के रूप में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है | (निधन- १३ फरवरी, सन् १९९६)
(२) सन् १९२५- ऋत्विक घटक, एक बंगाली भारतीय फिल्म निर्माता और पटकथा लेखक थे. भारतीय फिल्म निर्देशकों के बीच घटक का स्थान सत्यजीत रे और मृणाल सेन के समान है |(निधन- 6 फ़रवरी,सन् १९७६)
(३) सन् १९३०- डोरिस रॉबर्ट्स; अमेरिकी फिल्म, रंगमंच और टेलीविजन की चरित्र अभिनेत्री, उन्हें पांच एमी पुरस्कार प्राप्त हुये है, उन्होंने सन् १९५२ में अपने कैरियर शुरू किया |
(४) सन् १९३७- लोरेट्टा स्विट; अमेरिकी रंगमंच और टेलीविजन अभिनेत्री, उनको चरित्र भूमिकाओं के लिए जाना जाता है, उसके अभिनय-जीवन के लिए सबसे प्रसिद्ध "मेजर मार्गरेट" और "गरम होंठ" |
(५) सन् १९४६- लौरा डब्ल्यू बुश;अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश की पत्नी, संयुक्त राज्य अमेरिका(सन्२००१-सन् २००९) की प्रथम महिला,  |
(६) सन् १९७०- तब्बू (हिन्दी: तब्बू) (तबस्सुम हाशमी (तेलुगु: తబస్సుం హష్మి), एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री है, हालांकि उन्होंने कई तमिल,तेलुगू, मलयालम, बंगला भाषा एवं साथ ही एक अमरीकी फिल्म में भी काम किया है, लेकिन मुख्यतः उन्होंने हिंदी फिल्मों में ही अभिनय किया है | उन्हें दो बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड मिल चुका है |

४ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१) सन् १९२४- इटली के संगीतकार जियाकोमो पोचीनी का निधन हुआ। वे सन् १८५८ ईसवी में एक कला प्रेमी परिवार में जन्मे उन्होंने ३६ वर्ष की आयु में एडगर नामक अपनी पहली रचना प्रस्तुत की उनकी सबसे विख्यात रचना मैडम बटरफलाई है।

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'५ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
५ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०९वॉ (लीप वर्ष मे ३१०वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ५६ दिन बाकी है।
५ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १९१८- इन्फलूएन्ज़ा की महामारी ने योरोप में हज़ारों लोगों की जान ले ली। इस बीमारी में बहुत तीव्र गति से लोग ग्रस्त होते गए और बहुत कम समय में बहुत से लोगों की मृत्यु हो गई। एन्टी बायटिक दवाओं की कमी के कारण इस बीमारी से बहुत अधिक लोग मारे गए।
(२) सन् १९२२- ब्रिटिश पुरातत्ववेत्ता हॉवर्ड कार्टर और उसके साथियों ने मिस्र की राजाओं की घाटी में फराओ तूतनखामन के कब्र के द्वार का पता लगा लिया। मिश्र के राजा पीरामीडों में दफनाए गए थे जिसमें प्रवेश करने के मार्ग का पता इससे पहले नहीं चल सका था।

५ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:- 
(१) सन् १९५९- ब्रायन एडम्स |
(२) सन् १९६३- टेटम ओ 'नील |
(३) सन् १९७०- जावी लोपेज |

५ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१) सन् १८२७- पियर लैपलेस नामक फ़्रांसीसी गणितज्ञ का निधन हुआ। वे सन् १७४९ ईसवी को जन्मे। शिक्षा प्राप्ति के पश्चात उन्होंने गणित की शिक्षा देना आरंभ कर दिया और अपने आयु का अधिकांश भाग गणित और खगोल शास्त्र के अध्ययन और शोध कार्य में व्यतीत किया। उनकी यह विचार था कि दसियों लाख वर्ष पूर्व धरती सूर्य से अलग हुई और धीरे धीरे ठंडी होकर वर्तमान रुप में आ गई।
(२) सन् १९१८- फ़्रांस के चिकित्सक जीव वैज्ञानिक और दार्शनिक डॉक्टर एलेक्सेस कार्ल का निधन हुआ। उन्हें चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रयासों के लिए सन् १९१२ में नोबल पुरस्कार मिली ।उन्होंने कुछ समय विश्व के विभिन्न देशों का दौरान करने में बिताया उन्होंने मुसलमान संस्कृति और सभ्यता को बहुत निकट से देखा इसी कारण उन्होंने मानव जीवन में अध्यात्म और धर्म की भूमिका पर विशेष बल दिया है।
(३) सन् २००८- प्रसिद्द फिल्मकार और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित बी. आर. चोपड़ा(बलदेव राज चोपड़ा) का मुंबई में एक लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया, वे ९५ वर्ष के थे | उन्होंने नया दौर, निकाह जैसी बेहतरीन फिल्में बनाई, और टेलिविज़न सीरियल महाभारत का निर्माण किया था |(जन्म: २२ अप्रैल, सन् १९१४)
(४) सन् २००९- पत्रकार प्रभाष जोशी, हिन्दी पत्रकारिता के आधार स्तंभों में से एक थे ।  वे राजनीति तथा क्रिकेट पत्रकारिता के विशेषज्ञ भी माने जाते थे।(जन्म १५ जुलाई १९३६) 
(५) सन् २०११- जाने - माने गायक और संगीतकार भूपेन हजारिका का मुंबई के कोकिलाबेन धीरूबाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया। उनका निधन लंबी बीमारी के बाद हुआ। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि भूपेन हजारिका की दोनों किडनी ठीक ढंग से काम नहीं कर पा रही थी।भूपेन हजारिका का  ८ सितम्बर, सन् १९२६ को असम के सादिया में हुआ था। बचपन में ही उन्होंने अपना प्रथम गीत लिखा और दस वर्ष की आयु में उसे गाया। उन्होंने असमिया चलचित्र की दूसरी फिल्म इंद्रमालती के लिए सन् १९३९ में बारह वर्ष की आयु में काम भी किया।भूपेन हजारिका ने बंगाली, असमिया और हिंदी समेत कई भारतीय भाषाओं में गीत गाए हैं। हजारिका को सन् २००१ में भारत सरकार ने कला क्षेत्र में उनके योगदान के लिये लिये पद्म भूषण से सम्मानित किया था। इसके अलावा हजारिका दादासाहब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किए जा चुके हैं।
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'६ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
६ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१०वॉ (लीप वर्ष मे ३११वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ५५ दिन बाकी है।
६ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १८१३- दक्षिणी अमरीका के विख्यात स्वतंत्रता संग्रामी साइमन बोलिवर ने अपने देश वेनेज़ोएला की स्पेन के वर्चस्व से स्वतंत्रता के लिए पहली लड़ाई को विजय में परिवर्तित किया। उन्होंने अपने देश को स्पेन से स्वतंत्र करा लिया और फिर दक्षिणी अमरीका के दूसरे देशों की स्पेन से स्वतंत्रता के लिए अपनी सेना का प्रयोग किया।
(२) सन् १८६०- अमरीका के दास प्रथा विरोधी अब्राहम लिंकन राष्ट्रपति बने। उनके राष्ट्रपति काल में अमरीका में पृथकतावादी युद्ध आरंभ हो गए जिसने दास प्रथा के समर्थकों को पराजय का मुंह देखना पड़ा राष्ट्रपति बनने से पहले अब्राहम लिंकन ने औपचारिक रूप से दास प्रथा के विरुद्ध संघर्ष आरंभ कर दिया था। सन् १८६५ में दास प्रथा के एक समर्थक ने उनकी हत्या कर दी।
(३) सन् १९३५- एडविन आर्मस्ट्रॉंग ने न्यूयार्क के रेडियो इंजिनियरों के सम्मेलन में अपने शोध के जरिए रेडियो सिग्नल के प्रसारण में आ रही रुकावटों को कम करने संबंधी जानकारी दी।
(४) सन् १९३७- बेनीटो के नेतृत्व में इटली जर्मनी और जापान के द्विपक्षीय समझौते से जुड़ गया इटली के इस कदम के बाद बिर्लन टोकिया रोम राजनैतिक व सैनिक केंद्र अस्तित्व में आया।उल्लेखनीय है कि जापान और जर्मन ने इसी वर्ष यह समझौता किया था जिसके आधार पर जापान एशिया में जर्मनी का घटक बना था।
(५) सन् १९६२- संयुक्त राष्ट्र महासभा में दक्षिण अप्रिका में सरकार द्वारा अपने ही नागरिकों के प्रति अपनायी जा रही नस्ल-भेदी नीतियों के कारण आर्थिक प्रतिबंध लगाने के लिए मतदान कराया गया।
(६) सन् १९६५- अमेरिका और क्यूबा में अमेरिका छोड़ना चाहने वाले क्यूबाइयों के लिए विशेष विमान चलाने पर सहमति बनी।
(७) सन् १९७५- मोरक्को के लोगों ने ग्रीन मार्च शुरु किया। इसमें साढ़े तीन लाख लोगों ने मोरक्को सहारा सीमा पर पहुँचकर स्पेन से अपना क्षेत्र वापस करने की माँग की। इस दौरान स्पेन सेना को किसी भी तरह की गोलीबारी न करने का आदेश दिया गया था।
(८) सन् १९९९- आस्ट्रेलियाई मतदाताओं ने जनमत संग्रह में महारानी का पद बनाए रखने के पक्ष में मतदान किया।

६ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:- 
(१) सन् १९४६- सैली फील्ड |
(२) सन् १९४८- ग्लेन फ्री |
(३) सन् १९५५- मारिया श्राइवर |
(४) सन् १९७०- एतान हावके |
(५) सन् १९७२- रेबेका रोमिजं-स्तामोस |

६ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१) सन् १९६०- जर्मनी केविख्यात नाविक एरियश रीडर का ८४ वर्ष की आयु में निधन हुआ। वे सन् १८७६ ईसवी में जनमें थे रीडर ने द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी की नौसेना के कमांडर थे।इसी कारण युद्ध की समाप्ति के बाद नूसन्बर्ग न्यायालय में उन्हें आजीवन कारावास का दंड सुनाया गया। किंतु बाद में बुढ़ापे के कारण उन्हें क्षमा कर दिया गया।
(२) सन् १९८५- संजीव कुमार, हिंदी फिल्म अभिनेता। प्रसिद्ध फिल्में- संघर्ष,खिलौना, सीता और गीता, आँधी, मनचली, अंगूर, नमकीन, दस्तक, शोले, अर्जुन पंडित, मौसम आदि।
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'७ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
७ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३११वॉ (लीप वर्ष मे ३१२वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ५४ दिन बाकी है।
७ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १८२३- अमरीका के पांचवे राष्ट्रपति जेम्ज़ मोनरॉय नेमोनरॉय डॉक्ट्रीन की घोषणा की जिसके अनुसार अमरीकी महाद्वीप को अमरीकी देशों से संबंधित बताया गया और कहा गया कि किसी भी गैर अमरीकी देश को इस क्षेत्र में हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है इस सिद्धांत के आधार पर अमरीका वचनबुद्ध हुआ कि योरोप के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगा। इस कानून पर अमरीका की ओर से बहुत गम्भीरता से ध्यान दिया गया और दूसरी पश्चिमी सरकारें भी इसे स्वीकार करने पर विवश हो गई। 
मोनरॉय डॉक्ट्रीन में अमरीका के लिए नए उपनिवेश बनाने पर बल दिया गया था और संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस डॉक्ट्रीन को पारित करवाकर दक्षिणी और मध्य अमरीका के देशों को अपने वर्चस्व में ले लिया।
(२) सन् १९१३- फ़्रांस के विख्यात लेखक अलबर कामो का जन्म हुआ। उनका संबंध एक गरीब परिवार से था किंतु कामो ने अपनी दृढ इच्छाशक्ति से विश्व ख्याति प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की। उनकी कई रचनाएं जिनमें कुछ के नामों का अनुवाद अजनबी सीज़योफ की कहानी और ताउन है। सन् १९५७ में कामो को साहित्य का नोबल मुरस्कार मिला। इसके तीन वर्ष बाद सन् १९६० में एक सड़क दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई।
(३) सन् १९१७- जब प्रथम विश्व युद्ध की आग भड़की हुई थी लेनिन और ट्रोटेस्की के नेतृत्व में बेल्शविक सेना ने करनेस्की की अंतरिम सरकार गिरा दी और सत्ता अपने हाथ में ले ली। रुस की ज़ार सरकार एक तो विदेशी शत्रु के मुकाबले में कमज़ोर थी इसी इस सरकार के भ्रष्टाचार और अत्याचार से जनता ही अप्रसन्न थी इसी कारण १५ मार्च, सन् १९१७ ईसवी को ज़ार शासक निकोलाय द्वितीय को त्याग पत्र देना पड़ा और करनेस्की ने अस्थायी रुप से सत्ता संभाली।किंतु बिल्शविकों नेशांति रोटी भूमि वितरण के नारों से जनमत काध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया। जब रुस में कम्युनिष्टो की सरकार सत्ता में आई तो उन्होंने जर्मनी के साथ साठगांठ करके ज़ार शासन के समर्थक सैनिकों का दमन किया और फिर रुस में ७४ वर्षीय कम्युनिष्ट तानाशाही का आरंभ हुआ जो सन् १९१८ में समाप्त हुई।
(४) सन् १९४४ - फ्रैंक्लिन डी रूज़वेल्ट चौथी बार संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति नियुक्त हुए।
(५) सन् १९९६ - नासा ने मार्स ग्लोबल सर्वेयर प्रक्षेपित किया।
(६) सन् २००६- कैलिफोर्निया में गवर्नर-चुनाव में कैलिफोर्निया के तत्कालीन राज्य कोषाध्यक्ष डेमोक्रेट फिल अंगेलिदेस को हराकर गवर्नर के रूप में एक कार्यकाल पूरा करने के लिए श्वार्जनेगर फिर से चुने गये | श्वार्ज़नेगर ने अपने दूसरे कार्यकाल के लिए ५ जनवरी, सन् २००७ को शपथ ली | मई, सन् २००४ और सन् २००७ में टाइम-पत्रिका के १०० सर्वश्रेष्ठ में उनका नाम शुमार किया गया |


७ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
(१) सन् १७२८ - कप्तान जेम्स कुक |
(२) सन् १८५८ - बिपिन चन्द्र पाल, स्वाधीनता संग्राम के इतिहास में विपिन चन्द्र पाल का नाम भारत में 'क्रान्तिकारी विचारों के जनक' के रूप में आता है, जो अंग्रेज़ों की चूलें हिला देने वाली 'लाल' 'बाल' 'पाल' तिकड़ी का एक हिस्सा थे।(निधन-२० मई, सन् १९३२) 
(३) सन् १८६७ - मेरी क्युरी, पोलैंड में मादाम क्यूरी का जन्म हुआ।उनके पिता भौतिक शास्त्र के प्रोफ़ेसर थे। मादाम क्यूरी ने भी अपनी माध्यमिक शिक्षा समाप्त करने के बाद भौतिक शास्त्र पढ़ाने पैरिस चली गयीं जहॉ उन्होंने अपनी विश्विद्यालय की शिक्षा के दौरान ही फ़्रांसीसी भौतिक शास्त्री पियर क्यूरी से विवाह कर लिया मादाम क्यूरी ने वर्षों के कठिन परिश्रम के पश्चाम रेडियम की खोज की। उल्लेखनीय है कि मादाम क्यूरी को दो बार नोबल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया सन १९३४ ईसवी को उनका निधन हो गया पहले उनका नाम स्कोडो डूस्का था किंतु पियेर क्यूरी से विवाह के पश्चात उन्हें मादाम क्यूरी के नाम से जाना गया।
(४) सन् १८८८ - सर सीवी रमन(चंद्रशेखर वेंकट रामन) का जन्म तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली शहर में हुआ था, जो कि कावेरी नदी के किनारे स्थित है। यह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने वैज्ञानिक संसार में भारत को पहचान दिलाई |  (निधन- २१ नवम्बर, सन् १९७० में एक छोटी-सी बीमारी के बाद रामन का ८२ वर्ष की आयु में स्वर्गवास हो गया।)
(५ ) सन् १९२६- जोअन सदरलैंड |
(६) सन् १९३८- बैरी न्युमैन |
(७) सन् १९४३- जोनी मिशेल |
(८) सन् १९५४ - कमल हसन |
(९) सन् १९५९- कीथ लोक्खार्ट |
(१०) सन् १९६३- क्लाईड द्रेक्स्लेर |
(११) सन् १९६४- दाना प्लेटो |
(१२) सन् १९७१ - रितुपर्णा सेनगुप्ता |
(१३) सन् १९७२- जेसन और जेरेमी लंदन |

७ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-

(१) सन् १८६२- मुग़लिया सल्तनत के आख़िरी चराग़ हज़रत अबु-ज़फ़र सिराजुद्दीन मुहम्मद बहादुर शाह ज़फ़र का निधन हुआ, ज़फ़र के मज़ार पर लिखा हुआ कतबा जिस में लिखा हुआ है  |
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'८ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
८ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१२वॉ (लीप वर्ष मे ३१३वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ५३ दिन बाकी है।
८ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १८९५- जर्मनी के भौतिक शास्त्री केन्सत्री केन्राड रॉगटन ने एक्सरे का पता लगाया उन्हें सन् १९०१ ईसवी में इसी सफलता के लिए नोबल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।
(२) सन् १९२३- बीयर हॉल क्रान्ति। म्यूनिख में एडोल्फ हिटलर ने जर्मन सरकार को अपदस्थ करने की नाजियों की एक कोशिश का नेतृत्व किया। सेनाओं ने नाजीयों के इस प्रयास के असफल कर दिया।

८ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
(१) सन् १९१०- अमरीका लेखिका मारग्रेट मिशल का जॉर्जिया राज्य के एटलांटा क्षेत्र में जन्म हुआ। उनके पिता वकील थे। श्रीमती मिशल ने कुछ समय चिकित्सा विज्ञान की शिक्षा प्राप्त की किंतु उनकी माता के निधन से उन्हें बहुत गहरा दुख हुआ और उन्होंने अपनी शिक्षा अधूरी छोड़ दी तथा २२ वर्ष की आयु से लेखन आरंभ कर दिया। उन्होंने कुछ समय तक पत्रकारिता भी की किंतु उनके नॉवेल के प्रकाशित होती ही उन्हें ख्याति मिलने लगी और फिर उन्होंने पूरा ध्यान नॉवेल लिखने पर लगा दिया।(सन् १९४९ में एक सड़क दुर्घटना में उनका निधन हुआ।)
(२) सन् १९२२- क्रिस्चियान बर्नार्ड, दक्षिण अफ्रीकी सर्जन (निधन- सन् २००१)
(३) सन् १९३५- अलेन ड़ेलों |
(४) सन् १९४९- बोनी रेट |
(५) सन् १९५१- मेरी हार्ट |
(६) सन् १९५३- अल्फ्रे वूदार्ड, तीव्र, बहुमुखी अफ्रीकी अमेरिकी अभिनेत्री  |
(७) सन् १९५४- रिक्की ली जोन्स |
(८) सन् १९६८- कर्टनी थोर्ने स्मिथ |
(९) सन् १९६८- पार्कर पोसे |
(१०) सन् १९७५- तारा रीड |


८ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१) सन् १६७४- इंगलैंड के प्रख्यात लेखक जॉन मिल्टन का निधन हुआ।
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'९ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
९ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१३वॉ (लीप वर्ष मे ३१४वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ५२ दिन बाकी है।
९ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १९१८- जर्मनी में लोकतंत्र की घोषणा होने के साथ ही अंतिम सम्राट वैल्हलम द्वितीय ने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया तथा एबर्ट जर्मनी पहले राष्ट्रपति बन गये।
(२) सन् १७२९- स्पेन के सेविल नगर में इसी नाम से एक समझौता हुआ। इस समझौते के आधार पर स्पेन और फ़्रांस ने अपने राजनैतिक और भौगोलिक विवादों को भुला दिया और एक दूसरे के क्षेत्रों पर अपने दावे समाप्त कर दिए। इस समझौते में फ़्रांस वचनबद्ध हुआ और कि हर युद्ध में वह स्पेन के साथ देगा।
(३) सन् १९४७- भारत सरकार ने सैन्य कार्यवाई द्वरा जूनागढ़ मुक्त कराया।
(४) सन् २०११- भारतीय मूल के नोबेल पुरस्‍कार विजेता अमेरिका के महान वैज्ञानिक हरगोविंद खुराना का का मैसाचुसेट्स के कॉनकॉर्ड में निधन हो गया। खुराना को सन् १९६८ में चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। ( जन्म- ९ जनवरी, सन् १९२२ को अविभाजित भारत के मुल्तान के रायपुर कस्बे में )

९ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:-
(१) सन् १८१८- रुस के विख्यात उपन्यासकार ईवान टोरगीनोफ़ का जन्म हुआ। उनके उपन्यासों में अधिकतर ग्रामीणो और स्वतंत्रता का समर्थन दिखाई पड़ता है ।
(२) सन् १८७३- भारतीय उपमहाद्वीप के प्रख्यात कवि और दार्शनिक अल्लामा मोहम्मद इक़बाल लाहौरी का जन्म हुआ। उन्होंने आरंभिक शिक्षा के बाद जर्मनी और ब्रिटेन जाकर चार वर्षों तक उच्च शिक्षा प्राप्त की युवाकाल से ही वे शेर लिखने लगे थे उनकी पहली काव्य रचना नालए यतीम थी। लाहौर लौटकर उन्होंने लोगों को जागरुक बनाने का प्रयास किया उन्होंने फ़ार्सी भाषा में भी बड़े ही मूल्यवान शेर लिखे हैं। वे स्वतंत्रता प्रेमी थी। उनकी कई महत्वपूर्ण काव्य रचनाएं हैं जिनमें असरारे ख़ुदी अरमग़ाने हेजाज़ आदि का नाम लिया जा सकता है ।
(३) सन् १९२२- रेमंड Devos, फ्रांसीसी विदूषक (निधन- सन् २००६)
(४) सन् १९२२- डोरोथी डैंड्रिज, अमेरिकी अभिनेत्री (निधन- सन् १९६५)
(५) सन् १९८० - पायल रोहतगी
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'१० नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
१० नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१४वॉ (लीप वर्ष मे ३१५वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ५१ दिन बाकी है।
१० नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--

(१) सन् १७९९- फ़्रांस में ब्रोमर नामक विद्रोह हुआ। ब्रोमर वस्तुत: फ़्रांस के कैलेन्डर का दूसरा महीना है। जो नवम्बर मास में पड़ता है। नेपोलियन बोनापार्ट जो उस समय उत्तरी अफ़्रीक़ा तथा मिस्र में युद्ध में व्यस्त था एक फ़्रेंन्च अधिकारी का गुप्त संदेश पाकर आज ही के दिन फ़्रांस लौटा और सैनिक विद्रोह करके संसद भंग कर दी तथा सत्ता हथिया ली तीन वर्ष बाद उसने स्वंय को सम्राट घोषित किया।
(२ सन् १९१२- मोरक्को, फ़्रांस तथा स्पेन का उप निवेश बना। इससे पहले यह देश रुस इटली तथा उसमानी शासन के आधीन था। जनता के कठिन संघर्ष के बाद सन् १९५६ में मोरक्को को स्वाधीनता प्राप्त हुई।
(३) सन् १९६४- लियोनिड बर्जेनोफ़ सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव चुने गए। वे सन् १९३१ में इस पार्टी के सदस्य बने थे और पार्टी में उन्नति करते करते सन् १९६० में सोवियत गणराज्य संघ की अध्यक्ष परिषद के प्रमुख चुने गए और फिर खोशचोफ़ के पद से हटने के बाद उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव का पद संभाला बर्जोंनोफ़ बहुत ही सावधान राजनेता था और उन्होंने तनाव निवारण की नीति अपनाकर अमरीका से परमाणु टकराव से दूर रहने का प्रयास किया किंतु इसके साथ ही उनके सत्ताकाल में चेकोस्लोवाकिया और अफ़गानिस्तान पर आक्रमण हुए। उन्होंने विभिन्न आंतरिक गलियारों को संतुष्ट और प्रसन्न करके कम्युनिज़म की लचक रहित नेतृत्व को जारी रखा और १८ वर्षों तक अपनी सत्ता की रक्षा की। सन् १९८२ में उनका निधन हुआ।

१० नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:- 
(१) सन् १६१०- सत्रहवीं शताब्दी के प्रख्यात चित्रकार जरारडो का हॉलैन्ड के हेग नगर में जन्म हुआ। जरारडो ने बहुत ही कम समय में चित्रकारी में दक्षता प्राप्त कर ली।
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'११ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
११ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१५वॉ (लीप वर्ष मे ३१६वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ५० दिन बाकी है।
११ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १४९८- वासको डीगामा ने अपनी समुद्री यात्रा आरंभ की। पुर्तगाल के इस प्रख्यात नाविक ने यह यात्रा भारत तक पहुंचने का मार्ग खोजने के उददेश्य से आरंभ की थी और वो अंतत: अपने लक्ष्य तक पहुंच गये वो दक्षिणी अफ़्रीक़ा की ओर से एक लम्बी समुद्री यात्रा करते हुए भारत पहुंचे।
(२) सन् १७६५- फ़्रांस के एक रसायन शास्त्री तथा आधुनिक फोटोग्रैफ़ी के जनक नैस्फर नेपेस का जन्म हुआ। वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने फ़ोटो खींचने में सफलता प्राप्त की। उन्होंने अपने मित्र के साथ मिलकर पहला कैमरा बनाया।
(३) सन् १९१८- एक समझौते पर हस्ताक्षर के बाद प्रथव विश्व युद्ध समाप्त हुआ। प्रथम विश्व युद्ध रुस इंगलैंड तथा इटली की संयुक्त सेना तथा जर्मनी बुलगारिया पालैंड उस्मानी शासन और ऑस्टिया सम्राज्य के मध्य हुआ। इस युद्ध में डेढ़ करोड़ लोग मारे गये तथा दो करोड़ घायल हुए। तथा १५० अरब डॉलर की आर्थिक हानि हुई।
(४) सन् १९७५- अंगोला पुर्तगाल से सव्तंत्र हो गया। इसी लिए आज का दिन वहॉ राष्ट्रीय दिवस के रुप में मनाया जाता है। सन् १४८३ ईसवी में पहली बार पुर्तगालियों ने अंगोला में प्रवेश किया और इस देश पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया। किंतु द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जब उपनिवेश बन जाने वाले देश धीरे धीरे स्वतंत्र होने लगे तो अंगोला में भी स्वतंत्रता संघर्ष आरंभ हो गया और अंतत: आज के दिन इस देश को स्वतंत्रता प्राप्त हो गयी।
यह देश अफ़्रीक़ा महाद्वीप के दक्षिण पश्चिम में स्थित है।
(५) सन् १९७५-  दक्षिण अफ्रीकी राज्य अंगोला को पूर्व औपनिवेशिक शक्ति पुर्तगाल से आज़ादी हासिल हुई थी |इसके बाद विरोधी गुटों के नेता अगोस्टिन्हो नेटो को देश का पहला राष्ट्रपति बनाया गया था | अंगोला की आज़ादी के साथ ही वहां पांच सौ साल का पुर्तगाली शासन ख़त्म हो गया था |
(६) सन् १९८७- वैन गॉग की पेंटिंग रिकॉर्ड क़ीमत पर बिकी, वॉन गॉग ने ३७ साल की उम्र में आत्महत्या कर ली थी, इसी दिन सन् १९८७ में मशहूर पेंटर विंसेंट वैन गॉग की एक पेंटिंग चार करोड़ ९० लाख डॉलर में बेची गई थी जो कि किसी कलाकृति के लिए अब दी गई सबसे बड़ी क़ीमत थी |इस पेंटिंग में संत रेमी की फ़्रांस स्थित मानसिक आरोग्यशाला का चित्रण है जहां वैन गॉग मरीज़ के रूप में भर्ती थे | इस पेंटिंग को गॉग ने सन् १८८९ में बनाया था | इसके कुछ महीनों बाद ही इस महान कलाकार ने ३७ साल की उम्र में आत्महत्या कर ली थी |
(७) सन् २०११- लुकास पापाडेमॉस ने शुक्रवार को ग्रीस के अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली | पापाडेमॉस ने बताया कि उनके नेतृत्व में ग्रीस की नई अंतरिम गठबंधन सरकार यूरोपीय देशो की ओर ग्रीस को मिलने वाली आर्थिक मदद को संसद में मंज़ूर कराने की कोशिश करेगी |

११ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:- 
(१) सन् १९२२- कर्ट वोन्नीगट, अमेरिकी उपन्यासकार (स्लोटर हाउस पांच) (निधन- सन् २००७)
(२) सन् १९६२- डेमी मूर, अमेरिकी फिल्म अभिनेत्री
(३) सन् १९७९- रैमा सेन

११ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१) सन् २००४- वयोवृद्ध फ़लस्तीनी नेता यासिर अराफ़ात का पेरिस के एक अस्पताल में निधन हो गया था | वो ७५ साल के थे | फ़लस्तीनी लोगों के अधिकार के लिए ४० साल से ज़्यादा अवधि तक संघर्ष करने वाले अराफ़ात ३ नवंबर से कोमा में थे और दो दिन पहले ही उनके मस्तिष्क में रक्तस्राव हो गया था | सन् १९९३ में उन्होंने इस्राइल के प्रधानमंत्री यित्ज़ाक राबिन के साथ शांति के लिए ओस्लो में गुप्त बातचीत शुरू की थी | यित्ज़ाक राबिन और शिमोन पेरेज़ के साथ मध्यपूर्व में शांति स्थापना के प्रयास के लिए उन्हें ओस्लो संधि के बाद शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया था |
(२) सन् २००८- महाकवि श्री कन्हैयालाल सेठिया, राजस्थानी भाषा के प्रसिद्ध कवि (जन्म- ११ सितम्बर १९१९)
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'१२ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
१२ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१६वॉ (लीप वर्ष मे ३१७वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ४९ दिन बाकी है।
१२ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १८४०- उन्नीसवीं शताब्दी के प्रख्यात मूर्तिकार अगोस्ट रोडेन का पेरिस में जन्म हुआ। उन्हें बाल्यकाल से ही इस कला से विशेष लगाव था। उनके द्वारा बनायी गयी विख्यात मूर्तियों में चिंतित मनुष्य नामक मूर्ति का नाम लिया जा सकता है। सन् १९१७ ईसवी में अगोस्ट रोडेन का देहान्त हुआ।
(२) सन् १९०८- बुलगारिया ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की यह देश सन् १३९३ ईसवी को उस्मानी साम्राज्य के आधीन हो गया था लगभग पॉच शताब्दियों के पश्चात सन् १८७८ ईसवी में बुलगारिया को आंशिक स्वतंत्रता प्राप्त हुई राजशाही व्यवस्था वाले देश बुल्गारिया पर द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पूर्व सोवियत संघ ने अपनी कम्यूनिस्ट शासन व्यवस्था थोप दी परंतु बाद में रुस में आंतरिक राजनैति उथल पुथल का लाभ उठाते हुए बुलगारिया ने कम्यूरिस्ट शासन व्यवस्था त्याग दी और सन् १९९० में उसने लोकतांत्रित व्यवस्था अपनायी यह देश योरोप के दक्षिणी पूर्वी भाग में बालकान क्षेत्र में स्थित है।
(३) सन् १९१८- प्रथम विश्व युद्ध में आस्ट्रिया हंग्री साम्राज्य की पराजय और इन दोनों देशों के एक दूसरे से अलग हो जाने के पश्चात ऑस्ट्रिया में राजशाही शासन व्यवस्था का अंत हुआ तथा लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था का काल आरंभ हुआ। ऑस्ट्रिया में अंतिम नरेश चार्ल प्रथम थे। जिन्होंने २१ नवम्बर, सन् १९१६ से सत्ता संभाली थी। ११ नवम्बर, सन् १९१८ ईसवी को प्रथव विश्व युद्ध की समाप्ति के समझौते पर हस्ताक्षर के एक दिन पश्चात उन्होंने त्यागपत्र दे दिया और स्वीटज़रलैंड चले गये।
(४) सन् १९२३- राजकुमारी मॉड ऑफ फाइफ ने वेलिंगटन बैरकों, लंदन में कप्तान चार्ल्स अलेक्जेंडर कार्नेगी से विवाह कर लिया।
(५) सन् १९५६- ज़ायोनी शासन के सैनिको ने गज्जा पटटी के रफ़ह नगर में एक शरणार्थी शिविर पर आक्रमण करके फ़िलिस्तीनियों का जनसंहार किया इस निर्मम घटना में ११० फ़िलिस्तीनी शहीद और लगभग १ हज़ार लोग घायल हुए।
(६) सन् २००९- भारत में पर्यटन को बढावा देने के लिए केंद्र सरकार के ‘अतुल्य भारत’ अभियान को वर्ड ट्रेवल अवार्ड-2009 से नवाजा गया।
(७) सन् २०११- इटली के प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया । इससे पहले संसद के निचले सदन ने वित्तीय स्थिरता से जुड़ा नया कानून पारित कर दिया। सेक्स और आर्थिक स्कैंडल समेत कई मामलों में फंसे बर्लुस्कोनी इस कानून के पारित होने तक ही अपने पद पर बने थे। तीन बार प्रधानमंत्री रहे बर्लुस्कोनी के इस्तीफे के बाद इटली में आपातकालीन सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है |

१२ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:- 
(१) सन् १८१५- एलिजाबेथ काडी स्तान्तों |
(२) सन् १८४०- अगस्टे रोडिन |
(३) सन् १८६६- यत-सेन सूर्य |
(४) सन् १९०८- हैरी ए ब्लाचक्मुं |
(५) सन् १९१८- जो स्तफ्फोर्ड |
(६) सन् १९२९- ग्रेस केली |
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'१३ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
१३ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१७वॉ (लीप वर्ष मे ३१८वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ४८ दिन बाकी है।
१३ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--
(१) सन् १७८९- बेंजामिन फ्रैंकलिन ने अपने मित्र को एक पत्र में लिखा- “मृत्यु और करों को छोड़कर कुछ भी स्थाई नहीं है।”
(२) सन् १९१८- ऑस्ट्रिया गणराज्य बना।
(३) सन् १९५०- तिब्बत ने चीनी आक्रमण के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में अपील की।
(४) सन् १९६८- पाकिस्तान में जुल्फेकार अली भुट्टो को गिरफ्तार किया गया।
(५) सन् १९७०- बंग्लादेश में एक भीषण चक्रवात आया जिसमें लगभग दो लाख लोग हताहत हो गये। इस चक्रवात से भारी आर्थिक हानि भी हुई।
(६) सन् १९७१- अमेरिकी अंतरिक्ष संस्थान नासा द्वारा भेजा गया यान मरीनर 9 मंगल ग्रह की कक्षा में पहुँच गया ।
(७) सन् १९७५- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एशिया के चेचक मुक्त होने की घोषणा की।
(८) सन् १९८५- कोलंबिया में ज्वालामुखी नेवादो देल रुइज़ के विस्फ़ोट से कम से कम २०,००० लोग मारे गए ।
(९) सन् २००९- झारखण्ड में नक्सलियों ने निवर्तमान विधायक रामचन्द्र सिंह सहित सात लोगो का अपरहण कर लिया |
(१०) सन् २०११- लीबिया की अतंरिम सरकार के सैनिकों ने देश के पूर्व शासक मुअम्मर गद्दाफी के गृहनगर सिर्ते के बाहरी इलाके जनाकी कमिश में एक बगीचे से सोने तथा विदेशी मुद्राओं का एक गुप्त खजाना बरामद किया । दोहा के एक सेटेलाइट समाचार चैनल अल लीबिया की रिपोर्ट के अनुसार सैनिकों ने जनाकी कमिश में एक बगीचे में जमीन के नीचे छिपी एक तिजोरी से स्थानीय मुद्रा में एक करोड यूरो तथा डालर मुद्राएं और सोना बरामद किया है।एक सैनिक ने बताया, हमने रूपयों तथा सोना से भरी एक तिजोरी बरामद की है। वह इतनी भारी है कि उसे चार लोग मिलकर नहीं उठा सकते है। वहीं दूसरे सैनिक ने कहा कि यह गद्दाफी का माफिया धन है जिसके लिए उसने हजारों नागरिकों की जान ली है। अतंरिम सरकार के सैनिकों ने २० अक्टूबर, सन् २०११ को सिर्ते में गद्दाफी को पकडने के बाद उनकी हत्या कर दी थी।

१३ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:- 
(१) सन् १७४३- फ़्रांसीसी रसायन शास्त्री ऐंटोइन लौरेन डी लेवोज़िये का जन्म हुआ। उनको फ़्रांस की क्रान्ति के विरोध के कारण सन् १७९४ ईसवी में फॉसी दे दी गयी।
(२) सन् १७८०- महाराजा रणजीत सिंह, (पंजाब के शासक)
(३) सन् १८३१- स्क्षॉटलैंड के भौतिकशास्त्री तथा गणितज्ञ क्लर्क मैक्सवेल का जन्म हुआ।
(४) सन् १८५०- रॉबर्ट लुई स्टीवेंसन |
(५) सन् १८५६- लुई ब्राण्डैस |
(६) सन् १९१०- यूजीन इओनेस्को |
(७) सन् १९१५- नथानिएल बेंचले |
(८) सन् १९२२- ऑस्कर वर्नर |
(९) सन् १९३२- रिचर्ड मुल्लिगन |
(१०) सन् १९३४- गैरी मार्शल |
(११) सन् १९३८- जीन सेबेर्ग |
(१२) सन् १९६७- मीनाक्षी शेषाद्रि - (भारतीय अभिनेत्री)
(१३) सन् १९६८- जूही चावला, हिंदी फिल्म अभिनेत्री, (हम हैं राही प्यार के)

१३ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१) सन् १९२४- भारत के स्वतंत्रता संग्राम की नेता तथा मौलाना मुहम्मद अली व शौकत अली जौहर की माता आबादी बेगम का निधन हुआ। वे बी अम्मा के नाम से विख्यात थीं। २८ वर्ष की आयु में वे विधवा हो गयीं परंतु उन्होंने अपने बच्चों की उच्च स्तरीय शिक्षा दिलायी उनको दोनों बेटों मौलाना मोहम्मद अली जौहर व मौलाना शौकत अली जौहर ने भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में प्रभावशाली भूमिका निभाई उन दोनों ने बहुत नाम कमाया।
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'१४ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
१४ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१८वॉ (लीप वर्ष मे ३१९वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ४७ दिन बाकी है।
१४ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--

(१) सन् १५३३- स्पेन के खोजकर्ताओं ने दक्षिणी अमरीका के उत्तर पश्चिम में स्थित एक्वाडोर का पता चलाया और उसे अपने उपनिवेश में शामिल कर लिया। लगभग ३ शताब्दियों तक एकवाडोर पर स्पैनिश साम्राज्य का नियंत्रण रहा परंतु सन् १८२२ में साइमन बोलिवर के नेतृत्व में होने वाले जन आन्दोलन के कारण यह क्षेत्र स्वतंत्र हो गया और एकवाडोर ग्रेट कोलम्बिया फ़ेडरेशन के शामिल हो गया परंतु ८ ही वर्षों बाद फ़ेडरेशन को समाप्त कर दिया गया और एकवाडोर सहित फ़ेडरेशन के सभी सदस्य अलग हो गये और एकवाडोर में लोकतंत्र स्थापित हो गया।
(२) सन् १९२२- ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (बीबीसी) ने यूनाइटेड किंगडम में रेडियो सेवा शुरू किया। वह युनाइटेड किंगडम में रेडियो प्रसारण करने वाली पहली संस्था बनी।
(३) सन् २००९- मंडोर सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के १५ डिब्बे जयपुर के बांसखो फाटक के पास पटरी से उतर गए। हादसे में ६ यात्रियों की मौत हो गई है।

१४ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:- 
(१) सन् १८८९ - जवाहरलाल नेहरू - भारत के प्रथम प्रधानमंत्री (निधन- २७ मई, सन् १९६४) |
(२) सन् १९०७- हरिवंशराय बच्चन- भारत प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार (निधन- १८ जनवरी, सन् २००३) |
(३) सन् १९११- बलवीर सिंह रंग- भारत प्रसिद्ध हिन्दी कवि का उत्तर प्रदेश के एटा जिलांतर्गत ग्राम नगला कटीला में एक किसान परिवार में जन्म  हुआ था (निधन- सन् १९८४) |
(४) सन् १९१७- गजानन माधव मुक्तिबोध- भारत प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार (निधन- ११ सितंबर, सन् १९६४) |
(५) सन् १९२२- बुतरस बुतरस-घाली, संयुक्त राष्ट्र के मिस्री महासचिव |
(६) सन् १९२२- वरोनिका लेक, अमेरिकी अभिनेत्री (निधन- सन् १९७३)
(७) सन् १९३५- जॉर्डन के शाह हुसैन, जॉर्डन के पिछले शासक शाह हुसैन ने सन् १९५१ में अपने दादा शाह अब्दुल्ला की हत्या हो जाने के बाद १७ वर्ष की उम्र में गद्दी संभाली थी | शाह हुसैन ४८ वर्ष तक सत्ता में रहे और सन् १९९९ में उनकी मृत्यु के बाद उनके बेटे शाह अब्दुल्ला द्वितीय ने सत्ता संभाली है ||
(८) सन् १९७१- एडम गिलक्रिस्ट - ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट खिलाड़ी |

१४ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१) सन् १७१६- गौटरफ्राइड विल्हेल्म लाइबनिज, जर्मनी का एक महान दार्शनिक तथा वैज्ञानिक (जन्म- जर्मनी के लिपजिग नामक स्थान पर पहली जुलाई, सन् १६४६ को हुआ)
(२) सन् १९५०- तुर्की कवि ओरहान वेली, (जन्म- १३ अप्रैल, सन् १९१४, इस्ताम्बुल,तुर्की में हुआ)
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'१५ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व'
१५ नवम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१९वॉ (लीप वर्ष मे ३२०वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और ४६ दिन बाकी है।
१५ नवम्बर का ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करने वाली कुछ प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं--

(१) सन् १८८४- अफ़्रीका महाद्वीप में योरोपी देशों के उपनिवेशों को बॉटने के लिए जर्मनी की राजधानी बरलिन में बरलिन कॉल्फ़्रेन्स आरंभ हुई अगले वर्ष २६ फ़रवरी तक चलने वाली इस कॉन्फ़्रेन्स में फ़्रांस ब्रिटेन रुस बेल्जियम पोर्चूगीज़ ऑस्ट्रिया तथा जर्मनी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अफ़्रीक़ा महाद्वीप में अपने उपनिवेशों के विस्तार को लेकर इन देशों में मतभेद उत्पन्न हो गये थे जिसे दूर करने के लिए यह कॉन्फ़्रेन्स हुई। सह सम्मेलन में निर्णय लिया गया कि कोई भी योरोपी देश यदि अफ़्रीक़ा के किसी भाग को अपना उपनिवेश बनाने से पहले इस बारे में समस्त योरोपीय देशों का सूचित करे। इस समझौते के बाद भी उपनिवेशों में विस्तार को लेकर योरोपीय देशों में प्रतिस्पर्धा जारी रही।
(२) सन् १९२२- यूनाइटेड किंगडम में गठबंधन सरकार से कंजरवेटिव पार्टी ने समर्थन वापस लेकर मध्यावधि चुनाव करवाने को बाध्य किया। इस चुनाव में उसे पूर्ण बहुमत हासिल हुआ।
(३) सन् १९२३- जर्मनी में मुद्रा स्फीर्ती की दर अत्यधिक उच्चतम स्तर पर जा पहुँची। एक अमेरिकी डॉलर का मूल्य ४,२००,०००,०००,०००,००० (४.२ क्वार्डलियन) पपियरमार्क हो गया। गुस्ताव स्ट्रेसीमैन ने वेमर गणराज्य में मुद्रास्फीति देखकर पुरानी मुद्रा समाप्त कर दी।
(४) सन् १९४७- फिलिस्तीन से ब्रिटिश सेना की वापसी आरंभ हुई।

१५ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों के जन्मदिन हैं:- 
(१) सन् १८७५ - बिरसा मुण्डा - भारत प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक आदिवासी नेता
(२) सन् १८८२- फेलिक्स फ्रैंकफर्टर |
(३) सन् १८८४- जर्मनी के लेखक ग्रेहार्ड होप्टमैन का जन्म हुआ। उन्होंने युवावस्था से ही लिखना आरंभ कर दिया और पहाड़ा का बेटा नाम से अपनी पहली पुस्तक प्रकाशित की। जिसका जनता ने बड़ा स्वागत किया। सन् १९१२ ईसवी को उन्हें नोबल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। सन् १९४० में उनका निधन हुआ हो गया।
(४) सन् १८८७- जॉर्जिया ओ'कीफ्फे |(५) सन् १८८७- मारिआन मूर |(६) सन् १८९१- इरविन रोमेल |

१५ नवम्बर को निम्नलिखित कुछ प्रसिद्द व्यक्तियों का निधन हुआ:-
(१) सन् १६३०- जर्मनी के प्रसिद्ध खगोल शास्त्री यूहान केपलर का ५९ वर्ष की आयु में देहांत हुआ। वे सन् १५७१ ईसवी को पैदा हुए तथा शिक्षा प्राप्ति के बाद ऑस्ट्रिया चले गये और वहॉ शिक्षा देने लगे। उपग्रहों की चाल के बारे में केपलर कानून तथा मंगल ग्रह द्वारा अपनी कक्षा में अंडाकर चक्कर की खोज उन्हीं के अध्ययन का परिणाम है।
(२) सन् १९८२- आचार्य विनोबा भावे, जन्म का नाम विनायक नरहरी भावे था। उनका जन्म गागोडे, महाराष्ट्र मे हुआ था। उन्हे भारत का राष्ट्रीय अध्यापक और महात्मा गांधी का आध्यात्मिक उत्तराधिकारी समझा जाता है। उन्होने अपने जीवन के आखिरी वर्ष पुनार, महाराष्ट्र के आश्रम मे गुजारे। इंदिरा गांधी द्वारा घोषित आपातकाल को अनुशासन पर्व कहने के कारण वे वि्वाद मे भी रहे थे।(जन्म- ११ सितेम्बर, सन् १८९५)
(३) सन् २००९- हिन्दी के सुप्रसिद्ध नवगीतकार अमरनाथ श्रीवास्तव | (जन्म गाज़ीपुर जनपद में २१ जून, सन् १९३७ में ग्राम बौरवा में हुआ था |)

इतिहास की संपूर्णता असाध्य सी है, फिर भी यदि हमारा अनुभव और ज्ञान प्रचुर हो, ऐतिहासिक सामग्री की जाँच-पड़ताल को हमारी कला तर्कप्रतिष्ठत हो तथा कल्पना संयत और विकसित हो तो अतीत का हमारा चित्र अधिक मानवीय और प्रामाणिक हो सकता है। सारांश यह है कि इतिहास की रचना में पर्याप्त सामग्री, वैज्ञानिक ढंग से उसकी जाँच, उससे प्राप्त ज्ञान का महत्व समझने के विवेक के साथ ही साथ ऐतिहासक कल्पना की शक्ति तथा सजीव चित्रण की क्षमता की आवश्यकता है । स्मरण रखना चाहिए कि इतिहास न तो साधारण परिभाषा के अनुसार विज्ञान है और न केवल काल्पनिक दर्शन अथवा साहित्यिक रचना है । इन सबके यथोचित संमिश्रण से इतिहास का स्वरूप रचा जाता है ।
यदि आपको भी नवम्बर माह की १ से १५ नवम्बर तक विभिन्न तिथियों का ऐतिहासिक महत्त्व इसी प्रकार ऐतिहासिक महत्व के सन्दर्भ में कुछ ज्ञात हो तो आप भी हमारा ज्ञानवर्द्धन अवश्य करें....
'जय हिंद,जय हिंदी'

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