रविवार, 1 मई 2011

--गोवा(भारत) की यात्रा--

हम सभी को छुट्टियों का बहाना चाहिए। छुट्टियों का यदि सदुपयोग हो जाए तो उसका पूरा-पूरा मजा लिया जा सकता है। गोवा(भारत) एक ऐसा स्थान है, जहाँ आप जिंदगी का भरपूर मजा ले सकते हैं। गोवा क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा और जनसँख्या के हिसाब से दूसरा सबसे छोटा प्रान्त है | पूरी दुनिया में गोवा अपने खूबसूरत समुंदर के किनारों और मशहूर स्थापत्य के लिये जाना जाता है, गोवा पहले पुर्तगाल  का एक उपनिवेश था | पुर्तगालियों ने गोवा पर लगभग ४५० सालों तक शासन किया और दिसंबर १९६१ में यह भारतीय प्राशासन को सौंपा गया | गोवा का क्षेत्रफल ३,७०२ वर्ग किलोमीटर है,गोवा का अक्षाश और देशान्तर क्रमश: 14°53'54" और 73°40'33" E है, गोवा का समुद्र तट १०१ किलोमीटर लम्बा है |

गोवा(भारत) जाने का बेहतर समय :-
गोवा(भारत) जाने का सबसे बेहतरीन समय अक्टूबर से मार्च तक का होता है। इस मौसम में यहाँ बहुतायत में पर्यटक आते हैं। जून से सिंतबर तक यहाँ बहुत अधिक वर्षा होती है इसलिए इस मौसम में यहाँ पर्यटक कम ही आते हैं। ईसाइयों की बहुलता के कारण क्रिसमस के समय गोवा(भारत) में बहुत सारे सांस्कृतिक आयोजन होते हैं, जिनका आनंद लेने के लिए पर्यटक इस समय विशेष तौर पर गोआ आते हैं।
यहाँ के लुभावने समुद्र तट व फ्रेंक लाइफ स्टाइल आपमें एक नई ऊर्जा का संचार कर देगी और आप कह उठेंगे कि 'क्या जिंदगी वाकई में इतनी खूबसूरत है।' यदि आप उन्मुक्तता पसंद करते हैं और अपने जीवनसाथी के साथ अंतरंग पल गुजारना चाहते हैं तो 'गोवा(भारत)' आपके लिए बेहतर पर्यटन स्थल सिद्ध होगा।
लुभावने समुद्र तट :-
गोवा, भारत का एक ऐसा राज्य है जहाँ अनगिनत 'समुद्र तट' हैं, जहाँ की स्वच्छंद व उन्मुक्त लाइफ स्टाइल पर्यटकों को गोवा की ओर खींच लाती है।गोवा में इतने अधिक बीच है कि पर्यटक को गोवा के सभी बीचों को देखने में एक महीने से भी अधिक वक्त लग जाएगा।



लुभावने समुद्र तट व फ्रेंक लाइफ स्टाइल

वाटर स्पोर्ट्स के लिए भी गोवा बहुत प्रसिद्ध है। गोवा के इन समुद्र तटों पर आप समुद्र की लहरों पर वाटर सर्फिंग, पैरासेलिंग, वाटर स्किइंग, स्कूबा डाइविंग, वाटर स्कूटर आदि का लुत्फ उठा सकते हैं।
विदेशी सैलानियों की बहुतायत व लुभावने समुद्र तट का मस्त नजारा भारतीय पर्यटकों को भी सहसा गोवा आने को आमंत्रित करता है। नवविवाहितों के हनीमून के लिए भी गोवा एक बढ़िया स्थान है।
गोवा के कुछ प्रसिद्ध 'बीच' दोला पाउला, कैलेंगुट, अंजुना, आरामबोल, कोलवा, मीरामार, वागाटोर, अगोंडा आदि हैं, जिनसे होकर मांडवी, चापोरा, जुआरी, साल, तालपोना और तीराकोल नामक छ: नदियाँ बहती हैं।
अंजुना बीच :- यह डबोलिन एयरपोर्ट से 57 किमी दूर स्थित है। यह गोवा के बड़े समुद्र तट में शुमार है। अंजुना बीच उत्तर, दक्षिण और मध्य तीन भागों में विभाजित है। इसके उत्तरी भाग में कई सारे बड़े, रेस्टोरेंट व होटल हैं। इस बीच पर एक बहुत बड़ा साप्ताहिक बाजार भी लगता है।
कैलेंगुट बीच :- यह गोवा के समुद्र तट में सबसे खूबसूरत 'बीच' है। डबोलिन एयरपोर्ट से इसकी दूरी 48 किमी है। यह गोवा पर्यटन का प्रमुख केंद्र है। यहाँ के लेट नाइट डिस्को, रेस्टोरेंट व मार्केट पर्यटकों की पहली पसंद है। इस खूबसूरत बीच के आसपास बागा और कोडोंलिन दो अन्य समुद्र तट है। यह बीच तैराकी के लिए बहुत अच्छी जगह है।

'जिला फोंडा(गोवा ) में  स्थित  यह स्थान दूध सागर कहलाता है,जो  अभयारण्य में स्थित  है'



गोवा-यात्रा का अर्थ पूरा आनंद :-
वाटर स्पोर्ट्स के लिए भी गोवा बहुत प्रसिद्ध है। गोआ के इन समुद्र तटों पर आप समुद्र की लहरों पर वाटर सर्फिंग, पैरासेलिंग, वाटर स्किइंग, स्कूबा डाइविंग, वाटर स्कूटर आदि का लुत्फ उठा सकते हैं।
मानसून में गोवा की खूबसूरती अपने चरम पर होती है। हरियाली की चादर ओढ़ने से यहाँ के समुद्रतटीय इलाके व सड़के और भी खूबसूरत हो जाती है और ऐसे में गोवा की सड़कों पर अपने हमसफर के साथ लांग ड्राइव का मजा ही कुछ और होता है। आपको यहाँ बाइक आसानी से किराए पर मिल जाएँगी, जिसकी सवारी करके आप गोवा के हसीन नजारों का आनंद उठा सकते हैं।

प्रकृति की गोद में बसा 'गोवा'


'मंगेशपुर(गोवा) के पास के एक गांव की हवेली'
गोवा के प्रमुख शहर :- 
(१.)पणजी :-
पणजी गोवा की राजधानी व एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है। यहाँ की सँकरी गलियाँ और उनमें स्थित सुंदर चर्च पणजी को एक अलग ही खूबसूरती प्रदान करते हैं। यहाँ का चर्च ऑफ अवर लेडी इमेक्यूलेट, लार्गो दा इग्रेजा,गोआ स्टेट म्यूजियम, जामा मस्जिद, दूधसागर फॉल, महालक्ष्मी मंदिर और मारूती मंदिर पर्यटकों के प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।
(२.)मपुसा :-
यह गोवा का एक प्रमुख तीसरा बड़ा शहर है। शुक्रवार को लगने वाला यहाँ का साप्ताहिक बाजार पर्यटकों के लिए खरीददारी का अच्छा स्थान है। यहाँ का पुराना हनुमान मंदिर, द चर्च ऑफ अवर लेडी मिरेकल, लार्ड बोधगेश्वर टेंपल, टोर्डा आदि प्रमुख दर्शनीय स्थल है।
(३.)मडगाँव :-
यह दक्षिणी गोवा का प्रमुख नगर है। यह गोआ का दूसरा बड़ा शहर ‍तथा व्यवसायिक केंद्र है। यहाँ के मार्केट बहुत प्रसिद्ध है। यदि आप शॉपिंग के शौकीन है तो मडगाँव आपके लिए एक अच्छा स्थान है। यहाँ के पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र चर्च ऑफ होली स्पिरिट, हाऊस ऑफ सेवन गेबेल्स, कोल्वा बीच, एनसेस्ट्रल गोआ आदि है।
गोवा के ऐतिहासिक चर्च व खूबसूरत मंदिर भी पर्यटकों को गोआ में छुट्टियाँ बिताने को आमंत्रित करते हैं।

(१.)गोवा के ऐतिहासिक चर्च :-
गोवा के ऐतिहासिक चर्चों में सेंट फ्रांसिस, ऑफ असीसी, होली स्पिरिट, पिलर सेमिनरी, सालीगाँव, रकोल आदि चर्च है। इसके अतिरिक्त सेंट काजरन चर्च, सेंट आगस्टीन टॉवर, ननरी ऑफ सेंट मोनिका तथा सेंट ऐरक्स चर्च भी प्रसिद्ध है।


बासिसलका बॉम जीसस गिरजाघर,गोवा


(२.)गोवा के प्रसिद्ध मंदिर :-
गोवा के प्रसिद्ध मंदिरों में कामाक्षी, 
देवस्थान श्री नागेशी,सप्तकेटेश्‍वर, श्री शांतादुर्ग, महालसा नारायणी, परनेम का भगवती मंदिर और महालक्ष्मी मंदिर आदि हैं।

देवस्थान श्री नागेशी, गोवा


'मंगेश मंदिर पोंडा(गोवा) से चार कि.मी. दूरी पर स्थित'


(३.)गोवा के अभयारण्य :- 
गोवा में कई संग्रहालय व अभयारण्य है। बोंडला अभयारण्य, कावल वन्य प्राणी अभयारण्य, कोटिजाओ वन्य प्राणी अभयारण्य आदि प्रमुख है। इसके अलावा गोवा का अगुडा किला भी प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है।
'कोटिजाओ वन्य प्राणी अभयारण्य'

गोवा पहुँचने के विभिन्न मार्ग एवं साधन :-
गोवा का निकटतम हवाईअड्डा डबोलिन हवाई अड्डा है, जो गोवा से लगभग 29 किमी दूर है। गोआ के लिए दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू और चेन्नईसे सीधी विमान सेवा उपलब्ध है। गोवा 'कोंकण रेलवे' से जुड़ा है अत: ट्रेन से भी आप आसानी से गोवा पहुँच सकते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा भी गोवा का सीधा संबंध मुंबई, बेंगलुरू, पुणे आदि शहरों से है |

'गोवा-यात्रा का अर्थ पूरा आनंद'

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